उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती परीक्षा में अंतिम रूप से चयनित होकर सोनभद्र की तीन सगी बहनों ने जिले का नाम रोशन किया है. ये बहनें साधारण किसान परिवार की हैं. इनके पिता किसान हैं. इनके दादा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रह चुके हैं. ग्रामीण परिवेश और पढ़ाई में मुश्किलों का सामना करने के बावजूद भी इन्होंने सिपाही भर्ती परीक्षा पास की है. इनके चयन से गांव ही नहीं बल्कि जिले में भी हर्ष का माहौल है. लोग इनके परिवार को बधाई देने पहुंच रहे हैं.
सोनभद्र जिले के करमा थाना क्षेत्र के करकी गांव निवासी तीन लड़कियों आराधना पटेल, मंजू पटेल और सुमन सिंह पटेल ने सिपाही भर्ती की परीक्षा में अंतिम रूप से चयनित होकर न सिर्फ परिवार बल्कि जिले का नाम रोशन किया है. इन लड़कियों ने गांव के पास स्थित हंसवाहिनी इंटर कालेज से इंटर तक कि शिक्षा पाई. इसके बाद पास ही स्थित जेएसपी डिग्री कालेज से बीए किया था. इसके बाद ऑनलाइन ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी.
पिता की मेहनत रंग लाई: इनमें से सुमन सिंह पटेल की शादी वर्ष 2020 में हो गई. इसके बावजूद भी इस वर्ष सिपाही भर्ती परीक्षा में तीनों ने सफलता प्राप्त कर लिया. तीनों बहनें इसका श्रेय गुरुजनों और अपने माता-पिता को दे रही हैं. चयनित लड़कियों ने बताया कि उनके पिता ने परिश्रम से उन्हें पढ़ाया. कभी पढ़ने के लिए नहीं रोका. हमारे दादा का आशीर्वाद पहले से ही था, जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे.
पढ़ाई के साथ खेल-कूद में पारंगत: लड़कियों के बारे में उनके शिक्षक रहे हंसवाहिनी इंटर कॉलेज कसया के प्रधानाचार्य उमाकांत मिश्रा ने बताया कि तीनों लड़कियों की रुचि पढ़ाई के साथ ही खेलकूद में ज्यादा थी. तीनों ही खेल प्रतियोगिता में खूब हिस्सा लेती थीं. उन्होंने हंसवाहिनी इंटर कालेज से इंटर तक की शिक्षा प्राप्त की है.
इनके पिता अनिल कुमार का कहना है कि हमारे पिता यज्ञ नारायण सिंह पटेल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे हैं. उनके आर्शीवाद से और लड़कियों की पढ़ाई के प्रति लगन के चलते हो उन्हें सफलता मिली है. वह एक साधारण किसान हैं. उनके सामने परिवार का खर्च चलाना चुनौती रहता है. लड़कियों का चयन होने के बाद पूरे गांव में खुशी का माहौल है. लोग लड़कियों की सराहना कर रहे हैं.