6. ईरान की आबादी इज़राइल से लगभग दस गुना अधिक है। ग्लोबल फायरपावर के 2024 इंडेक्स के अनुसार, ईरान की आबादी 8.75 करोड़ है, जबकि इज़राइल की आबादी 90 लाख से थोड़ी अधिक है।
मिडिल ईस्ट में ईरान के पास सबसे ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें हैं। इसके अलावा, ईरान के पास हाइपरसोनिक मिसाइलें, ड्रोन, परमाणु हथियार, और 273 फाइटर जेट और अटैक एयरक्राफ्ट भी हैं।
ईरान दुनिया की 14वीं सबसे बड़ी सैन्य ताकत है। ईरान के सर्वोच्च नेता, अयातुल्ला खामेनेई, सेना के सर्वोच्च कमांडर हैं और तीनों सेनाओं से जुड़े सभी महत्वपूर्ण फैसले वही लेते हैं।
4. इज़राइल अपनी सैन्य ताकत के आधार पर 145 देशों में 17वें स्थान पर है, जबकि ईरान 14वें स्थान पर है। इज़राइल की आबादी लगभग 9 मिलियन है, जिसमें 170,000 सक्रिय सैनिक और 465,000 रिजर्व सैनिक शामिल हैं।
ईरान के पास 19 पनडुब्बियां हैं, जबकि इजरायल सिर्फ 5 पनडुब्बियों पर निर्भर है। इजरायल की सैन्य शक्ति मुख्यतः वायु में अधिक है, जबकि ईरान समुद्र में अधिक शक्तिशाली है। दोनों देशों की सैन्य रक्षा प्रणालियां बहुत मजबूत हैं।
इज़राइल को ईरान अपना सबसे बड़ा दुश्मन मानता है। हालांकि, इज़राइल का मानना है कि जब तक ईरान परमाणु बम नहीं बना लेता, तब तक वह बड़ा खतरा नहीं है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इज़राइल का सबसे बड़ा खतरा उसकी सीमा पर ही मौजूद है।