उत्तराखंड में मानसून की बारिश ने विकराल रूप ले लिया है। भारी बारिश के चलते राज्य में भूस्खलन की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। चारधाम यात्रा के प्रमुख मार्ग बद्रीनाथ और केदारनाथ हाईवे पर भारी मलबा और बोल्डर गिरने से रास्ते पूरी तरह बंद हो गए हैं, जिससे सैकड़ों श्रद्धालु फंस गए हैं।
कहाँ-कहाँ बंद हैं रास्ते?
- बद्रीनाथ हाईवे: पागलनाला, लामबगड़ और जोशीमठ के पास भारी भूस्खलन से कई जगहों पर मार्ग बाधित।
- केदारनाथ मार्ग: सोनप्रयाग–गौरीकुंड मोटरमार्ग पर मुनकटिया के पास लगातार भूस्खलन से रास्ता बंद।
- इसके अलावा कई लिंक रोड्स और ग्रामीण रास्तों पर भी आवागमन बंद है।
फंसे श्रद्धालु और प्रशासन की तैयारी
- सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु धार्मिक स्थलों, होटल और आश्रय शिविरों में फंसे हैं।
- स्थानीय प्रशासन और SDRF की टीमें राहत कार्यों में जुटी हैं।
- फंसे हुए यात्रियों को खाद्य सामग्री, पानी और प्राथमिक चिकित्सा पहुंचाई जा रही है।
- भारी बारिश के चलते हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू ऑपरेशन भी मुश्किल हो रहा है।
यात्रा स्थगित करने की अपील
उत्तराखंड सरकार और चारधाम देवस्थानम बोर्ड ने यात्रियों से तत्काल नई यात्रा शुरू न करने की अपील की है। “जब तक मौसम सामान्य नहीं होता और मार्ग साफ नहीं हो जाते, कृपया यात्रा स्थगित रखें,” – प्रशासन
मौसम विभाग की चेतावनी
- IMD ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, और पिथौरागढ़ जिलों में अगले 48 घंटों तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
- पहाड़ी इलाकों में फ्लैश फ्लड और लैंडस्लाइड का खतरा बना हुआ है।
चारधाम यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं के लिए यह समय सावधानी और संयम बरतने का है। भारी बारिश और भूस्खलन ने यात्रा मार्गों को जानलेवा बना दिया है। सरकार और प्रशासन की ओर से लगातार निगरानी और राहत का प्रयास जारी है, लेकिन यात्रियों से अपेक्षा है कि वे सरकारी निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें।