फैजाबाद, उत्तर प्रदेश का वो ऐतिहासिक शहर है, जिसकी गलियों में आज भी नवाबी दौर की महक महसूस की जा सकती है। अयोध्या से सटे इस शहर को कभी अवध की राजधानी होने का गौरव प्राप्त था और आज भी यह अपनी इमारतों, मकबरों, मस्जिदों और ऐतिहासिक स्थलों के लिए पर्यटकों का आकर्षण बना हुआ है।
फैजाबाद का ऐतिहासिक महत्व
फैजाबाद की स्थापना 18वीं शताब्दी में नवाब सआदत अली खान ने की थी। इसके बाद नवाब शुजा-उद-दौला के शासनकाल में यह शहर समृद्ध हुआ और इसकी इमारतें सांस्कृतिक वैभव का प्रतीक बन गई।
क्या देखें फैजाबाद में?
- गुलाब बाड़ी (Tomb of Shuja-ud-Daula)
- नवाबी वास्तुकला का बेहतरीन नमूना
- सुंदर बाग-बगिचों और फव्वारों से घिरा
- मकबरा बहू बेगम
- नवाब शुजा-उद-दौला की पत्नी का शानदार मकबरा
- मुगल और अवध शैली की झलक
- किले और ऐतिहासिक गेट्स
- फैजाबाद किला, रकाबगंज और पुराने दरवाजे
- पुरानी बाजारें
- जहां आज भी आपको नवाबी ज़माने की झलक मिलेगी, खासकर चूड़ी, ज़री और इत्र की दुकानों में
- सरयू नदी तट और पुल
- शाम की आरती और ताजगी से भरी हवाएं
कैसे पहुंचे फैजाबाद?
- रेल मार्ग: फैजाबाद जंक्शन (अब अयोध्या कैंट के नाम से जाना जाता है) मुख्य रेलवे नेटवर्क से जुड़ा है।
- सड़क मार्ग: लखनऊ और अयोध्या से नियमित बस सेवा उपलब्ध है।
- निकटतम एयरपोर्ट: लखनऊ (150 किमी)
क्या खाएं फैजाबाद में?
- अवधी बिरयानी, कबाब, फिरनी और ताहिरी यहां के प्रमुख लजीज व्यंजन हैं।
क्यों जाएं फैजाबाद?
अगर आप इतिहास, शांति और विरासत को महसूस करना चाहते हैं, तो फैजाबाद आपके लिए एक परफेक्ट वीकेंड गेटवे हो सकता है।