रूस में डिजिटल स्वतंत्रता को लेकर एक बार फिर बड़ा विवाद खड़ा हो सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सरकार द्वारा लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप्स WhatsApp और Telegram पर प्रतिबंध लगाने की योजना बनाई जा रही है। इसके पीछे कारण बताया जा रहा है रूस द्वारा विकसित एक नए घरेलू मैसेजिंग प्लेटफॉर्म ‘Vlad’ को लॉन्च करना।
सूत्रों के अनुसार, “Vlad” ऐप पूरी तरह से रूस में निर्मित और नियंत्रित होगा, जिसका मकसद डेटा की सुरक्षा और विदेशी तकनीकी दखल से बचाव है। पुतिन सरकार का मानना है कि विदेशी ऐप्स राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं, और इन्हें घरेलू विकल्पों से बदला जाना चाहिए।
क्या होगा ‘Vlad’ ऐप में खास?
- एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (लेकिन सरकारी निगरानी संभव)
- रूस के सर्वरों पर स्टोर होगा डेटा
- चैट, कॉल, और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा
- सरकारी सेवाओं से लिंक की जा सकती है पहचान
विरोध भी शुरू:
डिजिटल स्वतंत्रता समर्थक समूहों ने इस कदम को इंटरनेट पर नियंत्रण बढ़ाने की दिशा में एक और प्रयास बताया है। सोशल मीडिया पर यूज़र्स पहले ही इसे “डिजिटल सेंसरशिप” करार दे चुके हैं। इससे पहले रूस ने कई बार Facebook, Twitter, और Instagram जैसी सेवाओं पर भी अस्थायी या स्थायी बैन लगाया है।
क्या रूस के बाहर भी चलेगी ऐप?
फिलहाल Vlad’s ऐप को रूस के बाहर यूज नहीं किया जा पाएगा। रिपोर्ट्स की मानें तो रूस में वॉट्सऐप और टेलीग्राम ऐप पर रोक लग सकती है। इसके साथ ही रूस में नागरिकों को इस ऐप को यूज करने के लिए कहा जा सकता है।