गर्मियों में एयर कंडीशनर (AC) का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इसके साथ-साथ AC में आग लगने की घटनाएं भी लगातार सामने आती हैं। ये हादसे न केवल संपत्ति का नुकसान करते हैं बल्कि लोगों की जान पर भी बन आती है। आइए समझते हैं कि आखिर गर्मियों में AC में आग क्यों लगती है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
AC में आग लगने के प्रमुख कारण:
- ओवरलोडिंग या ओवरहीटिंग:
गर्मी में लगातार AC चलने से मोटर और कंप्रेसर ओवरहीट हो जाते हैं, जिससे आग लग सकती है। - फाल्टी वायरिंग और पुराना सर्किट:
पुराने या घटिया क्वालिटी के वायरिंग सिस्टम AC की भारी बिजली खपत नहीं झेल पाते, जिससे शॉर्ट सर्किट होता है। - लो-क्वालिटी एक्सटेंशन बोर्ड या पावर सॉकेट:
लोकल या घटिया एक्सटेंशन बोर्ड में भारी उपकरण लगाना आग को न्योता देना है। - रेगुलर सर्विसिंग की कमी:
धूल-गंदगी से AC के इनसाइड पार्ट्स जाम हो सकते हैं, जिससे हीट अप होकर फायर का खतरा बढ़ता है। - फ्रिज गैस लीकेज:
गैस लीक होकर स्पार्किंग से संपर्क में आने पर तुरंत आग पकड़ सकती है।
आम लोगों के लिए जरूरी बचाव के तरीके:
- रेगुलर सर्विसिंग कराएं:
हर साल गर्मियों से पहले AC की प्रोफेशनल सर्विस जरूर करवाएं। - लोकल या बिना अनुभव वाले टेक्नीशियन से AC लगवाने से बचें।
- हेवी एक्सटेंशन बोर्ड से बचें:
केवल कंपनी-प्रमाणित पावर सॉकेट का ही इस्तेमाल करें। - ओवरलोडिंग न करें:
एक ही सॉकेट पर एक से ज्यादा हेवी उपकरण न लगाएं। - गैस लीकेज का तुरंत समाधान करें:
अगर आपको गैस लीक जैसी कोई गंध आए तो तुरंत पावर बंद कर सर्विस प्रोवाइडर से संपर्क करें।
क्या करें अगर AC से धुआं या चिंगारी निकले?
- फौरन मेन स्विच ऑफ करें।
- फायर ब्रिगेड को कॉल करें और किसी को पास न जाने दें।
- सॉकिट या बोर्ड पर पानी न डालें, इससे शॉर्ट सर्किट और बढ़ सकता है।
गर्मियों में AC राहत तो देता है, लेकिन अगर उसकी देखभाल और सुरक्षा को नजरअंदाज किया गया, तो यह राहत किसी दिन बड़ा हादसा बन सकती है। सतर्कता और समय पर सर्विसिंग ही सबसे बड़ा बचाव है। वही AC में आग लगने का एक अहम कारण ग्लोबल वार्मिंग भी है। जिस तरह सें मानव लगातर पेड़ों की कटाई कर रहा है और अत्यधिक पॉलूशन फैला रहा है जिससे ग्लोबल वार्मिंग को नुकसान पहुंच रहा है। इसी कारण गर्मी ज़्यादा पड़ रही है। मानव को अपने सुविधा के लिए पर्यावरण को नुकसान नही पहुंचाना चाहिए।