सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट-हार्वेस्ट इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत का 16 प्रतिशत से अधिक खाद्य उत्पाद हर साल बर्बाद हो जाता है। यही रिपोर्ट बताती है कि अपर्याप्त भंडारण सुविधाएं, महंगा परिवहन इस बर्बादी के मुख्य कारण हैं।
ख़राब होती फसलों से न तो किसानों को अपनी मेहनत का सही मूल्य मिल पाता है, न ही आम आदमी तक अच्छी गुणवत्ता वाली फल-सब्जियां पहुंच रही हैं।
देश की इस गंभीर समस्या को हल करने के लिए इंदौर के मैकेनिकल इंजीनियर, वरुण रहेजा ने एक कमाल का पोर्टेबल और किफायती सोलर ड्रायर तैयार किया है। उनका यह आविष्कार आज कई छोटे किसानों के लिए वरदान बन गया है।