नवदीप सिंह, हरियाणा के पानीपत जिले से ताल्लुक रखने वाले एक भारतीय पैरा-एथलीट हैं, जिन्होंने 2024 पेरिस पैरालंपिक खेलों में पुरुषों की भाला फेंक F41 श्रेणी में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। उनकी यह उपलब्धि भारत के लिए इस श्रेणी में पहली बार स्वर्ण पदक प्राप्त करने का गौरव लेकर आई।
प्रारंभिक जीवन और चुनौतियाँ:
नवदीप का जन्म 11 नवंबर 2000 को पानीपत, हरियाणा में हुआ था। उनके पिता एक किसान और राष्ट्रीय स्तर के पहलवान थे, जिन्होंने नवदीप को खेलों के प्रति प्रेरित किया। कम कद के कारण नवदीप को समाज में कई बार उपेक्षा और तानों का सामना करना पड़ा। यहाँ तक कि कुछ लोगों ने उन्हें आत्महत्या करने की सलाह तक दी। लेकिन नवदीप ने इन सभी चुनौतियों का सामना करते हुए अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहे।
खेल करियर की शुरुआत:
2017 में नवदीप ने एशियन यूथ पैरा गेम्स, दुबई में पुरुषों की भाला फेंक F41 श्रेणी में स्वर्ण पदक जीतकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई। इसके बाद उन्होंने 2021 में वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स ग्रां प्री, दुबई में भी स्वर्ण पदक हासिल किया। 2020 टोक्यो पैरालंपिक में नवदीप ने चौथा स्थान प्राप्त किया, जो उनके लिए एक प्रेरणा बना।
पेरिस पैरालंपिक 2024 में स्वर्ण पदक:
पेरिस में आयोजित 2024 पैरालंपिक खेलों में नवदीप ने 47.32 मीटर की दूरी तक भाला फेंककर नया पैरालंपिक रिकॉर्ड स्थापित किया। हालांकि, ईरान के एथलीट सादेग बेत सायाह ने 47.64 मीटर की दूरी फेंककर उन्हें पीछे छोड़ दिया। लेकिन सायाह को प्रतियोगिता के दौरान एक धार्मिक झंडा प्रदर्शित करने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया, जिससे नवदीप का रजत पदक स्वर्ण में परिवर्तित हो गया।
शिक्षा और पेशेवर जीवन:
नवदीप ने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री वेंकटेश्वर कॉलेज से स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। वर्तमान में वे आयकर विभाग में निरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं।
प्रेरणा और भविष्य की योजनाएँ:
नवदीप की सफलता ने उन्हें एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व बना दिया है। वे युवाओं को अपने सपनों के प्रति समर्पित रहने और कठिनाइयों का सामना करने की प्रेरणा देते हैं। भविष्य में वे और भी ऊँचाइयों को छूने की योजना बना रहे हैं।