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Ankush Sharma ने मोमोज़ बेचकर बुजुर्ग माता-पिता को दिया अनोखा तोहफा

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Ankush Sharma's momos shop: A unique gift dedicated to the family

Delhi Ankush Sharma Quits Lucrative Job For the Family: अक्सर हमने सुना है कि लोग एक बेहतर भविष्य और नौकरी की तलाश में अपने देश या शहर को छोड़ देते हैं, पर आज आपको एक ऐसे व्यक्ति से परिचित करवाते हैं, जिन्होंने अपने परिवार के प्यार और अपने माता-पिता की सेवा के लिए अपनी स्थिर और सम्मानित नौकरी को अलविदा कह दिया। दिल्ली निवासी अंकुश शर्मा, जिनका जीवन एक सुव्यवस्थित मार्ग पर चल रहा था, ने एक बड़ा फैसला लिया जब उनका स्थानांतरण दिल्ली से कानपुर किया गया। उनकी इस पहल का मुख्य उद्देश्य अपने परिवार की खुशी और विशेष रूप से अपने बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल करना था।

नौकरी नहीं छोड़ना चाहते थे 

कानपुर में स्थानांतरण होने के बाद, अंकुश शर्मा को अपने वृद्ध माता-पिता की चिंता सताने लगी। वे वास्तव में अपनी नौकरी को त्यागना नहीं चाहते थे, परंतु परिवार के साथ समय बिताने की चाहत ने उन्हें कानपुर जाने की बजाय नौकरी छोड़ देने के निर्णय पर पहुंचाया। यह निर्णय उनके लिए बिलकुल भी सरल नहीं था। फिर भी, अंकुश में यह विश्वास था कि अपने परिश्रम और दृढ़ संकल्प के बल पर वह नई संभावनाओं का सृजन कर सकेंगे।

स्टार्टअप ‘मोमोज़ जंक्शन’

इस मोड़ पर, अंकुश ने अपने खाना बनाने और परोसने के जुनून को व्यवसायिक रूप देने का निश्चय किया। इसी सोच के साथ ‘मोमोज़ जंक्शन’ की नींव रखी गई, जहाँ वे स्वादिष्ट मोमोज़, चटनी और सूप तैयार करके बेचने लगे। उनके मोमोज़ की गुणवत्ता, स्वच्छता और उनकी मेहनत के बल पर, अंकुश ने लक्ष्मी नगर क्षेत्र में पीजी में रहने वाले युवाओं के दिल में जल्द ही एक खास स्थान बना लिया।

पहचान बन गया है उनकी

जो निर्णय कभी अंकुश ने विवशता में लिया था, वह आज उनकी पहचान का आधार बन चुका है। उन्हें खुशी है कि आज वे अपना व्यापार संभालने के साथ ही अपने वृद्ध माता-पिता का सानिध्य और देखभाल भी कर पा रहे हैं। अपनी इस उपलब्धि पर, अंकुश युवाओं को एक महत्वपूर्ण संदेश देते हैं- “यदि आप सच्ची मेहनत करते हैं, तो आप किसी भी स्थान पर सफल हो सकते हैं। परिश्रमी व्यक्तियों के लिए अवसरों की कोई कमी नहीं होती।

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