तुम्हें यूपीएससी की तैयारी करनी चाहिए।’ इस सलाह ने हरियाणा के अंबाला में रहने वाली आकृति सेठी को गहरे सोचने पर मजबूर किया। अंबाला में एक रिश्तेदार की इस सलाह ने आकृति को चौंका दिया। उसके दिमाग में बहुत सारे सवाल उठने लगे। पढ़ाई में तो काफी तेज हो, ग्रेजुएशन भी हो गई है… प्राइवेट नौकरी कब तक करोगी। जिसने अपने एक रिश्तेदार के कहने पर यूपीएससी की परीक्षा देने का फैसला तो ले लिया, लेकिन वो लगातार पांच साल तक प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाई। यह कहानी सोचने पर मजबूर करती है कि जब आप आईएएस या आईपीएस अधिकारी बनने का सपना देखते हैं, तो फिर भी हिम्मत और उत्साह से लगातार कोशिश करना होता है। इसके बावजूद, अगर आप पांच बार भी फेल हो जाते हैं, तो इससे डिमोटिवेट होने का कोई कारण नहीं है। असफलता के बावजूद, आकृति ने छठीं बार प्रयास किया और उनकी मेहनत ने एक नया मोड़ उनके करियर में ला दिया। बहन की शादी के बाद छोड़ दी नौकरी
उनके पिता ने कभी उनके ऊपर किसी चीज के लिए दबाव नहीं डाला था। यहां तक कि अगर कोई उनकी शादी के बारे में भी पूछता, तो वे उसे चुप करा देते थे। आकृति जब भी परीक्षा देने जातीं, तो उनके पिता भी साथ रहते। उनकी हर नाकामयाबी के बाद पिता कहते कि कोई बात नहीं, अगली बार अच्छा कर लेना। वो आकृति से अक्सर कहते, अपने मन को ठीक रखो, अगर मन ठीक है, तो सबकुछ ठीक होगा। बस यहीं से आकृति को छठीं बार यूपीएससी परीक्षा देने की हिम्मत मिल गई और एक बार फिर उन्होंने अपनी तैयारी शुरू कर दी।
यूपीएससी के लिए साल 2022 में आकृति का आखिरी प्रयास था। आकृति ने परीक्षा में 249वीं रैंक हासिल की थी। पूरे परिवार की आंखों में खुशी के आंसू थे। आकृति बताती हैं कि हमें अपने ऊपर हमेशा ये भरोसा रखना चाहिए कि हां हम कुछ भी कर सकते हैं।