भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्टार ऑलराउंडर युवराज सिंह आज भले ही क्रिकेट के मैदान से दूर हैं, लेकिन उनके फैंस अब भी उन्हें किसी न किसी रूप में मैदान पर देखने को तरसते हैं। खासकर आईपीएल (IPL) जैसे बड़े मंच पर जहां पूर्व खिलाड़ी कोचिंग या मेंटरशिप में भूमिका निभाते नजर आते हैं, वहीं युवराज का नाम किसी भी फ्रेंचाइज़ी से जुड़ा नहीं है। इसको लेकर अब खुद योगराज सिंह, यानी युवराज के पिता ने चौंकाने वाला बयान दिया है।
क्या कहा योगराज सिंह ने?
योगराज सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा: “युवराज के पास आईपीएल में कोच बनने के कई मौके आए, लेकिन उसने साफ मना कर दिया। वो वहां की राजनीति और अंदरूनी खेल से थक चुका है। वो अब क्रिकेट को सिर्फ खेल की तरह देखना चाहता है, व्यापार नहीं।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि,“युवराज बहुत इमोशनल इंसान है। अगर उसे किसी टीम से लगाव हो जाए और वो अच्छा न कर पाए, तो वो खुद को दोषी मानने लगता है। वो उस दबाव में दोबारा नहीं जाना चाहता।”
आईपीएल और युवराज – एक नजर
- युवराज सिंह ने 2008 से 2019 तक कई आईपीएल टीमों के लिए खेला – पंजाब, दिल्ली, पुणे, हैदराबाद, मुंबई जैसी टीमें शामिल थीं।
- 2014 में उन्हें KXIP ने 14 करोड़ में खरीदा था।
- 2019 के बाद उन्होंने आईपीएल से संन्यास लिया।
कोचिंग में आने से इनकार क्यों?
- आईपीएल की राजनीति और फ्रेंचाइज़ी दबाव से दूरी
- युवराज फिलहाल ग्रासरूट लेवल पर क्रिकेट को प्रमोट करना चाहते हैं
- उनके मुताबिक, IPL में कोचिंग “प्रेशर जॉब” बन चुकी है
फैंस की उम्मीदें क्या कहती हैं?
सोशल मीडिया पर फैंस लगातार युवराज को टीम इंडिया के साथ या किसी IPL फ्रेंचाइज़ी में मेंटर के रूप में देखने की मांग करते हैं। लेकिन फिलहाल युवराज ने खुद को इससे दूर रखने का मन बना लिया है।