भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज़ विराट कोहली के अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के फैसले ने क्रिकेट जगत को हिला कर रख दिया। कोहली के इस फैसले के बाद अब पूर्व कोच रवि शास्त्री ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और इस पूरे घटनाक्रम को लेकर बीसीसीआई (BCCI) पर सवाल उठाए हैं।
रवि शास्त्री ने कहा कि उन्हें विराट के इस तरह अचानक टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने पर गहरा दुख हुआ है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि कोहली जैसे खिलाड़ी का इस तरह बिना सम्मानजनक विदाई के जाना, भारतीय क्रिकेट के लिए ‘अस्वाभाविक और दुर्भाग्यपूर्ण’ है।
वही रवि शास्त्री की सोशल मीडिया पर सोनी लिव ने एक क्लिप शेयर की, जिसमें पूर्व हेड कोच कहते हुए नजर आए, ‘जब आप चले जाते हो, तब लोगों को एहसास होता है कि कितने बड़े खिलाड़ी थे। मुझे दुख हुआ कि वो चला गया और जिस तरह वो गया। मेरे ख्याल से इसे बेहतर ढंग से संभाला जा सकता था। वहां ज्यादा संवाद होना चाहिए था।’
याद दिला दें कि विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले अचानक अपने संन्यास की घोषणा की थी। चयनकर्ताओं की ओर से अंतिम टीम की घोषणा से कुछ दिन पहले ही कोहली ने खुद को टेस्ट क्रिकेट से अलग कर लिया, जिससे कई पूर्व खिलाड़ियों और फैन्स को झटका लगा।
शास्त्री ने सवाल उठाया कि क्या बीसीसीआई और टीम मैनेजमेंट को कोहली के मन की बात पहले से नहीं पता थी? क्या उन्हें सम्मानपूर्वक विदाई नहीं दी जा सकती थी? रवि शास्त्री की टिप्पणी ने क्रिकेट जगत में एक नई बहस को जन्म दे दिया है — क्या भारत में दिग्गज खिलाड़ियों को उनकी सेवाओं के अनुरूप सम्मान मिलता है या नहीं?
कप्तान बनाना चाहिए था
रवि शास्त्री ने यह भी कहा कि, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 1-3 की करारी हार के बाद वो विराट कोहली को दोबारा कप्तान बना देते। याद हो कि शास्त्री और कोहली की जोड़ी ने भारत को ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीत दिलाई थी। शास्त्री ने कहा, ‘अगर मेरा इससे कुछ भी लेना-देना होता तो मैं इस साल ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद सीधे कोहली को कप्तान बना देता।’ कोहली और रोहित शर्मा के टेस्ट संन्यास लेने के बाद शुभमन गिल को नया कप्तान बनाया गया है। भारतीय टीम 20 जून से इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलेगी।