IND vs ENG 1st Test: भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने हेडिंग्ले में खेले जा रहे पहले टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़ा. शानदार बल्लेबाजी के बावजूद उपकप्तान को आईसीसी ने फटकार लगाई है. पंत ने टेस्ट के तीसरे दिन आईसीसी आचार संहिता के लेवल 1 के उल्लंघन किया था. आईसीसी ने उन्हें सजा भी दी है.
ICC ने अपने बयान में बताया कि, ऋषभ पंत ने खिलाड़ियों और सहायक कर्मियों के बने आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.8 नियमों का उल्लंघन किया है. ये अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान अंपायर के फैसले पर असहमति दिखाने से संबंधित है.
ऋषभ पंत को मिली ये सजा
पंत का ये 24 महीनों में पहला अपराध था, इसलिए उनके अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया है. आपको बता दें कि लेवल 1 के उल्लंघन के लिए न्यूनतम दंड आधिकारिक फटकार, अधिकतम दंड खिलाड़ी की मैच फीस का 50 प्रतिशत और एक या दो डिमेरिट अंक जोड़ना है. लेकिन पंत पर सिर्फ 1 डिमेरिट अंक जोड़ा गया है.
क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत को हेडिंग्ले टेस्ट के दौरान ICC की आचार संहिता के लेवल 1 के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। पंत ने टेस्ट मैच के दौरान अंपायर के फैसले पर नाराज़गी जाहिर की थी, जिसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने खिलाड़ी की आचरण संहिता के खिलाफ माना।
क्या था मामला?
तीसरे दिन के खेल के दौरान, ऋषभ पंत एक करीबी LBW फैसले के बाद अंपायर से बार-बार बहस करते देखे गए। पंत ने सार्वजनिक रूप से अंपायरिंग पर सवाल उठाए, जोकि खेल की भावना के खिलाफ माना गया।
क्या सजा मिली?
ICC ने पंत को लेवल 1 उल्लंघन का दोषी ठहराते हुए:
- एक डिमेरिट पॉइंट दिया है।
- मैच फीस का 25% जुर्माना भी लगाया गया है।
ऋषभ पंत ने अपनी गलती मान ली है और आधिकारिक सुनवाई की आवश्यकता नहीं पड़ी।