बांग्लादेश क्रिकेट टीम के बल्लेबाज और टेस्ट कप्तान नजमुल हुसैन शांतो ने अपनी कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है। यह फैसला उन्होंने हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज़ में हार के बाद लिया। नजमुल ने इस फैसले को लेकर बयान जारी करते हुए कहा कि वे बांग्लादेश क्रिकेट के लिए लंबे समय तक खेलना चाहते हैं, लेकिन उनका मानना है कि तीनों फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तानी से टीम की दिशा भटक सकती है।
क्या बोले शांतो?
“मैंने सोच-समझकर यह फैसला लिया है। मैं नहीं चाहता कि बांग्लादेश टीम तीन अलग-अलग कप्तानों के मार्गदर्शन में बंटी रहे। टेस्ट टीम की भलाई और निरंतरता के लिए मैं यह जिम्मेदारी छोड़ रहा हूं।”
श्रीलंका के खिलाफ हार के बाद दबाव
- बांग्लादेश को हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 0-2 से हार झेलनी पड़ी।
- टीम के प्रदर्शन पर पूर्व खिलाड़ियों और विशेषज्ञों ने सवाल उठाए।
- कप्तानी को लेकर चर्चाएं तेज थीं, और उसी के बीच शांतो ने खुद ही पद छोड़ दिया।
क्या रहे हैं शांतो के रिकॉर्ड?
नजमुल शांतो ने 2023 में टेस्ट कप्तानी संभाली थी। उनके कार्यकाल में:
- बांग्लादेश ने घर में अफगानिस्तान को हराया
- लेकिन भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका जैसी बड़ी टीमों के खिलाफ टीम संघर्ष करती रही
- खुद शांतो का बल्ला भी टेस्ट में लगातार दबाव में रहा
अब अगला कप्तान कौन?
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) जल्द ही नए टेस्ट कप्तान की घोषणा कर सकता है। संभावना है कि लिटन दास या मेहदी हसन मिराज को यह जिम्मेदारी दी जा सकती है।
क्रिकेट विश्लेषकों की राय
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि शांतो का फैसला भले ही हार के दबाव में आया हो, लेकिन यह टीम यूनिटी और भविष्य की स्थिरता को ध्यान में रखकर लिया गया एक परिपक्व कदम है।
नजमुल हुसैन शांतो का यह निर्णय बांग्लादेश क्रिकेट के लिए एक अहम मोड़ साबित हो सकता है। जहां एक ओर यह नई नेतृत्व पीढ़ी के लिए रास्ता खोलता है, वहीं यह टीम में एक लय और स्पष्टता भी ला सकता है जो तीनों फॉर्मेट में एक दिशा में आगे बढ़ने के लिए जरूरी है