भारतीय क्रिकेट के सबसे शांत और समझदार कप्तान के नाम से मशहूर महेंद्र सिंह धोनी ने अब अपने लोकप्रिय टाइटल ‘कैप्टन कूल’ को कानूनी रूप से अपनी पहचान बना लिया है। उन्होंने इस उपाधि को ट्रेडमार्क करा लिया है, जिससे अब यह नाम किसी और के लिए उपयोग नहीं किया जा सकेगा।
धोनी के इस कदम का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि उनकी ब्रांड वैल्यू और पहचान को कोई दूसरा शख्स या ब्रांड भुनाने की कोशिश न करे। “कैप्टन कूल” नाम सालों से धोनी के साथ गहराई से जुड़ा रहा है – मैदान पर उनके शांत स्वभाव, मुश्किल परिस्थितियों में समझदारी से फैसले लेने की शैली और कप्तानी में संतुलन के लिए उन्हें यह उपाधि मिली थी।
क्यों जरूरी था ट्रेडमार्क?
धोनी की लोकप्रियता, बड़ी फैन फॉलोइंग, और मीडिया में पहचान की वजह से “कैप्टन कूल” नाम लंबे समय से उनके साथ जुड़ा हुआ था। हालांकि हाल के दिनों में कुछ कंपनियों या व्यक्तियों ने इस नाम का व्यावसायिक उपयोग करने की कोशिश की, जिससे भ्रम की स्थिति बन सकती थी। इसी वजह से धोनी ने अब इसे कानूनी सुरक्षा दी है।
अब क्या होगा असर?
- कोई दूसरा खिलाड़ी या कंपनी अब “Captain Cool” नाम का व्यावसायिक इस्तेमाल नहीं कर सकती।
- धोनी अब इस नाम से जुड़ी ब्रांडिंग, मर्चेंडाइजिंग, और डिजिटल मीडिया पर पूर्ण अधिकार रखते हैं।
- फैंस के लिए यह खबर धोनी की विरासत को और खास बना देती है।
धोनी का करियर और पहचान:
2007 में टी20 वर्ल्ड कप, 2011 में वनडे वर्ल्ड कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाले एकमात्र कप्तान के रूप में धोनी का नाम इतिहास में दर्ज है। उन्होंने अपनी शांत नेतृत्व शैली से दुनिया को दिखा दिया कि दबाव में भी कैसे संयम से जीता जाता है। अब कोई और नहीं कहलाएगा ‘कैप्टन कूल’, महेंद्र सिंह धोनी ने ट्रेडमार्क कराया अपना आइकॉनिक टाइटल