बिहार की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार पर बड़ा हमला बोला है। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे लोग सरकारी खजाने को जमकर लूट रहे हैं और जनता के विकास से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
तेजस्वी यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “बिहार की जनता परेशान है, बेरोजगारी चरम पर है, महंगाई थम नहीं रही और नीतीश सरकार केवल कुर्सी की राजनीति में व्यस्त है। सरकारी खजाने का पैसा ठेकेदारों और दलालों के माध्यम से लूटा जा रहा है।”
किन मुद्दों पर तेजस्वी ने उठाए सवाल:
- बेरोजगारी: तेजस्वी ने कहा कि नीतीश सरकार युवाओं को रोजगार देने में नाकाम रही है।
- शिक्षा और स्वास्थ्य: उन्होंने सरकारी स्कूलों और अस्पतालों की बदहाली पर चिंता जताई।
- भ्रष्टाचार: उन्होंने आरोप लगाया कि विभागीय स्तर पर घोटालों की बाढ़ आ गई है लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही।
जेडीयू का पलटवार
तेजस्वी यादव के इन आरोपों पर जेडीयू नेताओं ने पलटवार करते हुए कहा कि तेजस्वी खुद घोटालों के आरोपों से घिरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि आरजेडी के शासनकाल में “जंगलराज” था और अब वही लोग नैतिकता की बात कर रहे हैं।
सियासत गरम, जनता असमंजस में
तेजस्वी के इस बयान से बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है। जहां आरजेडी इसे जनता की आवाज बता रही है, वहीं जेडीयू इसे “राजनीतिक स्टंट” करार दे रही है। हालांकि, तेजस्वी के आरोपों ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है।