जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान गई, के बाद भारत में शोक और आक्रोश का माहौल है। इस बीच, पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने इस हमले के जिम्मेदार आतंकियों को ‘स्वतंत्रता सेनानी’ कहकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।
डार ने इस्लामाबाद में पत्रकारों से बातचीत में कहा, “जम्मू-कश्मीर के पहलगाम जिले में 22 अप्रैल को हमला करने वाले ‘स्वतंत्रता सेनानी’ हो सकते हैं।” उनके इस बयान ने भारत में तीव्र प्रतिक्रिया उत्पन्न की है।
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने डार के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए कहा, “जब पाकिस्तान का उप प्रधानमंत्री आतंकियों को ‘स्वतंत्रता सेनानी’ कहता है, तो यह न केवल शर्मनाक है, बल्कि यह राज्य प्रायोजित आतंकवाद को खुली छुठ है।”
भारत सरकार ने इस हमले के बाद पाकिस्तान के साथ कूटनीतिक संबंधों को कम करते हुए कई कड़े कदम उठाए हैं, जिनमें पाकिस्तानियों के वीजा रद्द करना, अटारी सीमा बंद करना और सिंधु जल संधि को निलंबित करना शामिल है। डार ने भारत के इन कदमों को ‘युद्ध की कार्यवाही’ करार दिया है और कहा है कि पाकिस्तान इसका माकूल जवाब देगा। इस बयान से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें अब इस क्षेत्र में बढ़ते तनाव पर टिकी हैं।