जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जांच में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने खुलासा किया है कि हमले में शामिल आतंकी चीनी सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल कर रहे थे और वे सीधे अपने पाकिस्तानी हैंडलर्स के संपर्क में थे।
जांच एजेंसियों ने घटनास्थल से मिले डिजिटल उपकरणों और कॉल इंटरसेप्शन से यह पुष्टि की है कि आतंकियों के पास अत्याधुनिक संचार प्रणाली थी, जो भारत के मोबाइल नेटवर्क से स्वतंत्र थी। चीनी सैटेलाइट फोन का उपयोग कर आतंकी निर्देश और अपडेट लगातार प्राप्त कर रहे थे।
अब तक हुए प्रमुख खुलासे:
- चीनी सैटेलाइट फोन बरामद: घटनास्थल पर तलाशी के दौरान आतंकियों के कब्जे से चीनी तकनीक वाले सैटेलाइट फोन बरामद हुए हैं।
- पाकिस्तानी हैंडलर्स से संपर्क: इंटरसेप्टेड कम्युनिकेशन से पता चला कि हमले की योजना और निर्देश पाकिस्तान से संचालित हो रहे थे।
- उच्च स्तर की तैयारी: हमले से पहले आतंकियों को इलाके की रेकी कराने और सुरक्षा व्यवस्था की पूरी जानकारी दी गई थी।
- स्थानीय सहयोगियों का शक: जांच एजेंसियां यह भी खंगाल रही हैं कि कुछ स्थानीय सहयोगियों ने आतंकियों को लॉजिस्टिक मदद दी थी या नहीं।
सुरक्षा एजेंसियों का रुख:
इन खुलासों के बाद भारतीय सुरक्षा बलों ने पहलगाम और आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन और तेज कर दिया है। साथ ही सैटेलाइट संचार उपकरणों पर भी खास निगरानी बढ़ा दी गई है।
सरकार की प्रतिक्रिया:
केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि भारत की सुरक्षा और संप्रभुता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती का भी आदेश दिया है और आतंकियों तथा उनके मददगारों के खिलाफ ‘नो टॉलरेंस’ नीति अपनाने के निर्देश दिए हैं।
पहलगाम हमले में चीनी तकनीक और पाकिस्तानी साजिश के इस गठजोड़ का पर्दाफाश भारत के लिए एक बड़ा सबक है। सुरक्षा एजेंसियां अब और भी सतर्क होकर आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के लिए तैयार हैं।