भारत के समुद्री व्यापार और सामरिक रणनीति के लिहाज़ से महत्वपूर्ण विझिंजम अंतरराष्ट्रीय पोर्ट का आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन किया जाएगा। यह पोर्ट देश का पहला मल्टी-पर्पस डीप सी पोर्ट है, जिसे अंतरराष्ट्रीय जहाजरानी के लिए एक गेमचेंजर माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी आज यानी 2 मई को दोपहर विशेष विमान से केरल पहुंचेंगे और सीधे पोर्ट स्थल का दौरा करेंगे। उद्घाटन समारोह में कई केंद्रीय मंत्री, नौसेना और कोस्ट गार्ड के अधिकारी, साथ ही राज्य सरकार के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।
इस बीच, कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी इस ऐतिहासिक मौके का हिस्सा बनने के लिए विशेष रूप से दिल्ली से केरल पहुंचे हैं। उन्होंने कहा, “विझिंजम पोर्ट केवल केरल ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इसका असर हमारे समुद्री व्यापार, रणनीतिक सुरक्षा और स्थानीय रोजगार पर व्यापक होगा।”
विझिंजम पोर्ट परियोजना की शुरुआत वर्षों पहले हुई थी, लेकिन निर्माण कार्य में कई बाधाएं और विवाद सामने आए। अब इसका पहला चरण पूरा हो चुका है और यह पोर्ट कंटेनर ट्रांसशिपमेंट हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसकी गहराई और रणनीतिक स्थिति इसे श्रीलंका के कोलंबो पोर्ट और दुबई के जेबेल अली पोर्ट जैसी वैश्विक सुविधाओं की प्रतिस्पर्धा में ला देती है।
बताते चले कि, विझिंजम पोर्ट से भारत की समुद्री लॉजिस्टिक्स क्षमता में बड़ा बदलाव आएगा, जिससे न केवल विदेशी व्यापार को बल मिलेगा बल्कि भारत अपनी समुद्री सीमाओं की निगरानी में भी सशक्त बनेगा।
मुख्य विशेषताएं:
- मल्टी-पर्पस डीप सी पोर्ट
- कंटेनर ट्रांसशिपमेंट की सुविधा
- चीन की ‘बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव’ को संतुलित करने की भारत की रणनीति का हिस्सा
- स्थानीय लोगों के लिए नए रोजगार अवसर