एक हालिया अध्ययन में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि महिलाओं द्वारा उपयोग किए जाने वाले कई स्किन केयर और ब्यूटी प्रोडक्ट्स में ऐसे रसायन पाए गए हैं जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं। विशेष रूप से, ये उत्पाद अश्वेत और लैटिना महिलाओं के लिए विपणन किए जाते हैं।
अध्ययन के प्रमुख निष्कर्ष
यह अध्ययन “एनवायरनमेंटल साइंस एंड टेक्नोलॉजी लेटर्स” जर्नल में प्रकाशित हुआ है, जिसमें पाया गया कि 47% स्किन केयर और 58% हेयर केयर उत्पादों में फॉर्मल्डिहाइड या फॉर्मल्डिहाइड-रिलीज़िंग प्रिज़र्वेटिव्स मौजूद हैं। फॉर्मल्डिहाइड एक ज्ञात कार्सिनोजेन है, जिसे यूरोपीय संघ ने 2009 में सौंदर्य उत्पादों में प्रतिबंधित कर दिया था।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
फॉर्मल्डिहाइड और इसके डेरिवेटिव्स के बार-बार संपर्क में आने से स्तन और गर्भाशय के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, ये रसायन हार्मोनल असंतुलन, एलर्जी और त्वचा में जलन जैसी समस्याएं भी उत्पन्न कर सकते हैं।
किन उत्पादों में पाए गए ये रसायन?
अध्ययन में पाया गया कि ये हानिकारक रसायन निम्नलिखित उत्पादों में मौजूद हैं:
- शैम्पू
- लोशन
- बॉडी सोप
- आंखों की पलकों के लिए गोंद
- केमिकल हेयर स्ट्रेटनर
इन उत्पादों में सबसे सामान्य फॉर्मल्डिहाइड-रिलीज़िंग केमिकल DMDM हाइडेंटोइन पाया गया है।
उपभोक्ताओं के लिए चेतावनी
इन रसायनों की पहचान करना उपभोक्ताओं के लिए कठिन हो सकता है क्योंकि ये जटिल नामों से सूचीबद्ध होते हैं और अक्सर “फॉर्मल्डिहाइड” शब्द सीधे नहीं लिखा होता। इसलिए, उत्पादों के लेबल को ध्यान से पढ़ना और संदिग्ध रसायनों से युक्त उत्पादों से बचना आवश्यक है।
नियामक कदमों की आवश्यकता
विशेषज्ञों का मानना है कि इन हानिकारक रसायनों के उपयोग पर सख्त नियम और चेतावनी लेबल अनिवार्य किए जाने चाहिए। कुछ देशों ने पहले ही इन पर प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन अन्य देशों में अभी भी इन पर पर्याप्त नियंत्रण नहीं है।
उपभोक्ताओं के लिए सुझाव
- प्राकृतिक और ऑर्गेनिक उत्पादों का चयन करें।
- उत्पादों के लेबल को ध्यान से पढ़ें और संदिग्ध रसायनों से युक्त उत्पादों से बचें।
- सुरक्षित उत्पादों की सूची के लिए विश्वसनीय स्रोतों की मदद लें।
यह अध्ययन महिलाओं को अपने सौंदर्य उत्पादों के चयन में सतर्कता बरतने की आवश्यकता को रेखांकित करता है। स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए जागरूकता और सही जानकारी अत्यंत महत्वपूर्ण है।