बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों की सरगर्मी के बीच, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव की लोकप्रियता में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। हालिया सी-वोटर सर्वेक्षण के अनुसार, 41% मतदाता उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी पहली पसंद मानते हैं, जबकि वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मात्र 18% समर्थन प्राप्त है ।
सर्वेक्षण में यह भी सामने आया है कि 50% जनता वर्तमान सरकार के प्रदर्शन से असंतुष्ट है और बदलाव की इच्छा रखती है। बेरोजगारी को 45% लोगों ने राज्य की सबसे बड़ी समस्या बताया है, जो चुनावी मुद्दों में प्रमुखता से उभर सकती है ।
हालांकि, तेजस्वी यादव को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। प्रशांत किशोर की ‘जन सुराज’ पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM जैसे नए राजनीतिक विकल्प उनके पारंपरिक वोट बैंक में सेंध लगा सकते हैं । इसके अलावा, महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर असहमति और आम आदमी पार्टी का ‘इंडिया’ गठबंधन से अलग होना भी राजद के लिए चिंता का विषय हो सकता है ।
फिर भी, तेजस्वी यादव की बढ़ती लोकप्रियता और जनता में बदलाव की भावना उन्हें मुख्यमंत्री पद की ओर अग्रसर कर सकती है। हालांकि, अंतिम निर्णय मतदाता ही करेंगे, और चुनाव परिणाम ही बताएंगे कि क्या तेजस्वी यादव बिहार की राजनीति में नया अध्याय लिख पाएंगे।