Homeन्यूज़Special Army Alert: आर्मी चीफ को मिली खास ताकत, क्या जंग के लिए तैयार हो रही है 50 हजार...

Special Army Alert: आर्मी चीफ को मिली खास ताकत, क्या जंग के लिए तैयार हो रही है 50 हजार जवानों की रहस्यमयी फौज

Date:

Share post:

भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच अब देश की सुरक्षा तैयारियों को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया गया है। सरकार ने आर्मी चीफ को एक बड़ा विशेषाधिकार सौंपा है, जिसमें वे 50,000 जवानों वाली एक स्पेशल स्ट्रैटेजिक फोर्स को तत्काल प्रभाव से तैनात करने का निर्णय ले सकते हैं। यह पहली बार है जब इतनी बड़ी सैन्य यूनिट को बिना राजनीतिक मंजूरी के सीधे सेना प्रमुख की आज्ञा से सक्रिय किया जा सकता है।

क्या है यह स्पेशल यूनिट?

यह विशेष बल एक रैपिड एक्शन डिप्लॉयमेंट यूनिट (RADU) है, जिसमें शामिल हैं:

  • 50,000 से अधिक प्रशिक्षित जवान
  • 65 ऑपरेशनल यूनिट्स – जिसमें आर्टिलरी, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर और स्पेशल फोर्सेस यूनिट्स शामिल
  • 6 बटालियन, जो सीमावर्ती और आंतरिक दोनों प्रकार के खतरे से निपटने में सक्षम हैं
  • रियल-टाइम सैटेलाइट सपोर्ट, ड्रोन निगरानी और मोबाइल कमांड सेंटर की सुविधा

 कब और क्यों हो सकता है इनका प्रयोग?

यह यूनिट तब सक्रिय की जा सकती है:

  • जब सीमा पर हालात अचानक बिगड़ जाएं
  • जब आतंकवादी हमले की सटीक खुफिया जानकारी मिले
  • जब राज्यों में कानून-व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ने की संभावना हो
  • या फिर युद्ध जैसी स्थिति बनने लगे

किसने दी मंजूरी?

गोपनीय सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय हाल ही में हुई कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की आपात बैठक में लिया गया। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA), रक्षा मंत्री और गृह मंत्रालय की सहमति के बाद इसे औपचारिक रूप से आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे को सौंपा गया।

किन इलाकों में हो सकती है तैनाती?

खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर, पंजाब बॉर्डर, राजस्थान सीमा और उत्तर-पूर्वी राज्यों में इस यूनिट की तैनाती को प्राथमिकता दी जा सकती है। कुछ यूनिट्स को दिल्ली-NCR में भी रिज़र्व में रखने की योजना है।

सरकार ने क्या कहा?

सरकारी प्रवक्ता ने कहा: देश की सुरक्षा सर्वोपरि है। यह निर्णय हमारी सेना को आवश्यक समय पर त्वरित कार्रवाई की क्षमता देने के लिए लिया गया है। यह किसी भी आपात स्थिति में देश को सशक्त बनाएगा।”

देश की सुरक्षा व्यवस्था हुई और भी मजबूत

50,000 जवानों की इस विशेष शक्ति के नियंत्रण की अनुमति सेना प्रमुख को देना एक रणनीतिक कदम है, जो यह दर्शाता है कि भारत अब किसी भी प्रकार की चुनौती के लिए पूरी तरह तैयार है। आने वाले दिनों में अगर हालात और गंभीर होते हैं, तो यह स्पेशल यूनिट भारत की सुरक्षा में निर्णायक भूमिका निभा सकती है।

Related articles

बिहार NDA में सीटों पर मंथन तेज, JDU-BJP की ‘बराबरी’ के बीच छोटे दलों की बढ़ी डिमांड

बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के भीतर सीटों के बंटवारे को लेकर सियासी...

‘दिल्ली की मनाली’ में बिताएं छुट्टियां, 20 हजार का खर्चा बचाकर लोग यहीं जा रहे आजकल

मानसून का मौसम चल रहा है और ऐसे में हर कोई पहाड़ों की सैर करना चाहता है। लेकिन...

अमित मिश्रा का क्रिकेट से संन्यास, 25 साल लंबे करियर के बाद लिया फैसला

भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने 25 साल के लंबे करियर के बाद क्रिकेट...

दिल्ली-एनसीआर और पंजाब में बाढ़ का कहर जारी, दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर

दिल्ली और पंजाब में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी खतरे के...