कढ़ी का नाम आते ही ज़हन में बेसन और दही से बनी खट्टी-चटपटी ग्रेवी की तस्वीर आ जाती है, लेकिन क्या आपने कभी बिना दही वाली सिंधी कढ़ी खाई है? सिंधी किचन में बनने वाली ये खास डिश स्वाद में लाजवाब होती है और सेहत के लिहाज से भी काफी हल्की और फायदेमंद मानी जाती है।
सिंधी कढ़ी का बेस तैयार होता है बेसन और हरी सब्ज़ियों से, जिसमें दही की जगह टमाटर और इमली का खट्टापन डाला जाता है। इसका स्वाद इतना खास होता है कि इसे एक बार खाने के बाद आप बार-बार बनाना चाहेंगे।
बिना दही वाली सिंधी कढ़ी की पारंपरिक रेसिपी:
आवश्यक सामग्री:
- बेसन – 1/2 कप
- टमाटर – 2 (बारीक कटे हुए)
- इमली का गूदा – 2 टेबलस्पून
- भिंडी, गाजर, फूलगोभी, बीन्स – कटे हुए (1 कप मिक्स)
- राई, मेथी दाना, हींग, करी पत्ता – तड़के के लिए
- हल्दी, मिर्च, नमक – स्वादानुसार
- तेल – 2 टेबलस्पून
- पानी – लगभग 4 कप
बनाने की विधि:
- सबसे पहले एक पैन में तेल गरम करें। उसमें राई, मेथी दाना, हींग और करी पत्ते का तड़का लगाएं।
- अब उसमें बेसन डालें और धीमी आंच पर 5-7 मिनट तक सुनहरा होने तक भूनें।
- इसमें कटे हुए टमाटर डालें और 2-3 मिनट भूनें।
- अब धीरे-धीरे पानी मिलाते हुए पतली ग्रेवी बनाएं।
- हल्दी, मिर्च, नमक और इमली का गूदा मिलाकर 10 मिनट तक पकाएं।
- अब कटे हुए सब्ज़ियों को हल्का फ्राई करके इस ग्रेवी में डाल दें और 15-20 मिनट तक धीमी आंच पर पकने दें।
- जब कढ़ी गाढ़ी हो जाए और सब्ज़ियां पक जाएं, तो गैस बंद कर दें।
Serve करें – गर्मागरम सिंधी कढ़ी को चावल या फुल्के के साथ।
सिंधी कढ़ी क्यों है खास?
- बिना दही, लो-फैट और पेट के लिए हल्की
- भरपूर सब्ज़ियों से न्यूट्रिशन से भरपूर
- सिंधी संस्कृति की खास पहचान और पारंपरिक स्वाद