कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। इस बार उनका निशाना रहा भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर समझौते को लेकर। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में लिया था।
राहुल गांधी ने कहा, “ट्रंप के कहने पर पीएम मोदी ने पाकिस्तान के सामने सरेंडर कर दिया। कांग्रेस की सरकार होती तो हम देश की सुरक्षा से समझौता नहीं करते।” उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार में राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर कोई पारदर्शिता नहीं है और बिना जनहित में चर्चा किए ऐसे बड़े फैसले लिए जा रहे हैं।
राहुल ने सवाल उठाया कि जब पाकिस्तान लगातार भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता है, तब उसके साथ सीजफायर का क्या औचित्य है? उन्होंने कहा, “सीजफायर करना था तो क्यों पुलवामा, उरी जैसी घटनाओं के बाद इतना आक्रामक रुख अपनाया गया?”
इस बयान के बाद सियासी गलियारे में हलचल तेज हो गई है। भाजपा की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दों को उठाकर सरकार को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं।