दंगल फिल्म का एक मशहूर डायलॉग तो आपने सुना ही होगा कि ‘म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के’। इस डायलॉग को हरियाणा की बेटी नेशनल टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव ने साबित भी किया। राधिका यादव अभी तक 18 गोल्ड मेडल जीत चुकी थीं लेकिन, उसे क्या पता था कि उसके पिता ही उसके सपनों को चकनाचूर कर देंगे।
दरअसल, गुरुवार (10 जुलाई 2025) को राधिका घर पर खाना बना रही थी, इसी दौरान उसके पिता ने पीछे से गोलियां मारकर उसकी हत्या कर दी। बताया गया वारदात के दौरान राधिका की मां भी घर पर ही थी। आइए आपको बताएंगे कि पिता ने इस दिल दहला देने वाली वारदात को क्यों अंजाम दिया है?
घटना गुरुग्राम के एक निजी अपार्टमेंट में हुई, जहां राधिका अपने माता-पिता के साथ रहती थी। राधिका टेनिस में राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी थी और अपने बलबूते एकेडमी भी चला रही थी। हत्या के बाद आरोपी पिता दीपक यादव को पुलिस ने तुरंत गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह मानसिक रूप से परेशान था क्योंकि लोगों से बार-बार ताने सुनने पड़ते थे कि वह अपनी बेटी की कमाई खा रहा है।
Insta Reel या एकेडमी का दबाव?
राधिका सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव थी और टेनिस के साथ-साथ फिटनेस से जुड़े कंटेंट बनाती थी। वहीं पिता चाहता था कि वह एकेडमी बंद करे और ‘सामान्य’ जीवन बिताए। पुलिस के अनुसार, पिता को यह भी लगता था कि राधिका की सोशल मीडिया गतिविधियां उनकी इज्जत पर असर डाल रही हैं।
मानसिक तनाव और असुरक्षा बना कारण:
दीपक यादव एक समय खुद भी टेनिस कोच रह चुका था, लेकिन उम्र और आर्थिक स्थिति ने उसे पीछे छोड़ दिया। बेटी की सफलता से समाज में उसकी तुलना शुरू हो गई और वह भीतर ही भीतर घुटने लगा। इसी मानसिक दबाव में उसने यह खौफनाक कदम उठा लिया।