रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही भारत यात्रा पर आ सकते हैं। यह जानकारी भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने साझा की है। हालांकि दौरे की तारीख अभी तय नहीं हुई है, लेकिन भारत और रूस के विदेश मंत्रालयों के बीच बातचीत जारी है।
यह संभावित यात्रा ऐसे समय में होने जा रही है जब अमेरिका ने भारत पर 50% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ फैसले के बाद यह दौरा भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
डोभाल ने क्या कहा?
“भारत और रूस के संबंध ऐतिहासिक और रणनीतिक हैं। भारत सरकार की ओर से कहा गया है कि डोभाल ने मास्को में अपने रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगू से मुलाकात के दौरान यह जरूर कहा कि पुतिन की भारत यात्रा को लेकर आपसी संवाद जारी है. हालांकि, उन्होंने किसी भी निश्चित तारीख या समय के बारे में नहीं बताया है. बता दें कि व्लादिमीर पुतिन आखिरी बार दिसंबर 2021 में भारत आए थे. उस वक्त इंडिया‑रूस का 21वां वार्षिक शिखर सम्मेलन दिल्ली में हुआ था. इस दौरान भारत और रूस के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए थे।
क्यों खास है पुतिन का यह दौरा?
- सैन्य और रक्षा सहयोग को लेकर हो सकते हैं कई बड़े समझौते।
- ऊर्जा, व्यापार और अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की संभावना।
- अमेरिका के टैरिफ दबाव के बीच भारत की बहुपक्षीय कूटनीति को मजबूती।
भारत-अमेरिका तनाव का पुट:
अमेरिका ने हाल ही में भारतीय स्टील, एल्यूमिनियम, और अन्य उत्पादों पर 50% तक टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिससे भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों में तनाव पैदा हो गया है। ऐसे में पुतिन का दौरा भारत के लिए कूटनीतिक बैलेंस साधने का अवसर भी है।