धार्मिक संत प्रेमानंद महाराज ने हाल ही में एक अहम और संवेदनशील मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने फैशन की आड़ में धार्मिक प्रतीकों और वेदिक मंत्रों वाले कपड़ों के उपयोग को लेकर कड़ी चेतावनी दी है।
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि आजकल कई लोग ट्रेंड और डिजाइन के नाम पर ऐसे कपड़े पहनते हैं, जिन पर पवित्र मंत्र, देवी-देवताओं के नाम या धार्मिक चित्र अंकित होते हैं। ये कपड़े कभी जींस, शर्ट या यहां तक कि जूतों और अंडरगारमेंट्स पर भी छप जाते हैं, जो पूर्ण रूप से अपमानजनक और धर्मविरोधी है।
“मंत्र पूजा के लिए हैं, पहनने के लिए नहीं”
महाराज ने कहा – “मंत्र शक्ति होते हैं। वे देवताओं के आह्वान का माध्यम हैं। उनका उपयोग केवल पूजा, साधना और ध्यान में होना चाहिए, न कि फैशन या दिखावे के लिए।” उन्होंने चेताया कि जो लोग ऐसे वस्त्र पहनते हैं, वे अनजाने में धार्मिक मर्यादा का उल्लंघन कर रहे हैं और इसका दुष्परिणाम उन्हें भुगतना पड़ सकता है।
समाज को दी चेतावनी और सुझाव
प्रेमानंद महाराज ने युवाओं से अपील की कि वे विदेशी फैशन ट्रेंड की नकल करते हुए भारतीय संस्कृति का अपमान न करें। उन्होंने दुकानदारों और डिजाइनरों से भी अनुरोध किया कि वे ऐसे कपड़ों का निर्माण और बिक्री न करें जिन पर धार्मिक प्रतीक हों।
यह बयान अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और धार्मिक समुदाय इसे लेकर गंभीर प्रतिक्रिया दे रहा है।