पूजा खेडकर का परिचय: पूजा खेडकर 2023 बैच की पूर्व आईएएस अधिकारी हैं। सिविल सर्विस एग्जाम 2022 में उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 841 हासिल किया था। यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद, खेडकर ने ट्रेनिंग के दौरान पुणे की असिस्टेंट कलेक्टर के पद पर कार्यभार संभाला। उन्हें तब चर्चा में लाया गया जब उन्होंने अलग से चेंबर, लग्जरी कार और घर की डिमांड की। इसके अलावा, उन्होंने निजी कार पर लाल-नीली बत्ती और महाराष्ट्र सरकार का स्टीकर लगाकर घूमने पर विवाद उठाया, जिसके बाद मुख्य सचिव से शिकायत की गई और उनका वाशिम ट्रांसफर कर दिया गया।
31 जुलाई को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने पूजा खेडकर की उम्मीदवारी रद्द कर दी और भविष्य की परीक्षाओं में शामिल होने पर रोक लगा दी। खेडकर ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों से इनकार किया है।
1 अगस्त को दिल्ली की एक अदालत ने खेडकर की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया, यह कहते हुए कि उनके खिलाफ गंभीर आरोप हैं जिनकी गहन जांच की आवश्यकता है। इसके बाद, खेडकर ने निचली अदालत के फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दी। हाई कोर्ट ने पहले 5 सितंबर और फिर 26 सितंबर तक उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है।
शुक्रवार को पूजा खेडकर ने दिल्ली हाई कोर्ट में कहा कि वे एम्स में अपनी विकलांगता की जांच कराने के लिए तैयार हैं। खेडकर ने दिल्ली हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की है। उनकी ओर से यह दलील दिल्ली पुलिस के उस आरोप पर दी गई है जिसमें कहा गया था कि उनका विकलांगता प्रमाण पत्र फर्जी हो सकता है। खेडकर पर धोखाधड़ी करने के साथ-साथ अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) और दिव्यांगता कोटे का गलत तरीके से लाभ लेने के भी आरोप हैं।
अब केंद्र सरकार ने उनके खिलाफ बड़ा कदम उठाते हुए उन्हें कार्यमुक्त कर दिया है। खेडकर पर धोखाधड़ी और कई अन्य गंभीर आरोप लगाए गए हैं।