प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 और 30 मई को पूर्वी भारत के चार अहम राज्यों – सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश – का दौरा करने जा रहे हैं। यह दौरा राजनीतिक और विकासात्मक दोनों दृष्टिकोण से बेहद अहम माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री का यह दो दिवसीय दौरा कई परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास के साथ-साथ जनसभाओं से भी जुड़ा होगा। माना जा रहा है कि इस दौरान मोदी कई बड़ी घोषणाएं कर सकते हैं, जो इन राज्यों के विकास और 2026 की तैयारियों के लिहाज से अहम होंगी।
दौरे का संभावित शेड्यूल:
29 मई:
- गंगटोक, सिक्किम: जल विद्युत परियोजना का उद्घाटन
- सिलीगुड़ी, पश्चिम बंगाल: पूर्वोत्तर कनेक्टिविटी पर रैली
30 मई:
- पटना, बिहार: रेलवे और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की शुरुआत
- वाराणसी, उत्तर प्रदेश: जनसभा और सांस्कृतिक आयोजन
राजनीतिक दृष्टिकोण:
लोकसभा चुनावों के बाद यह पीएम मोदी का पहला बड़ा क्षेत्रीय दौरा है, जिसमें वह उन राज्यों में जा रहे हैं जहां बीजेपी की स्थिति को मजबूत करने की आवश्यकता है। खासतौर पर पश्चिम बंगाल और बिहार पर सबकी नजरें टिकी हैं।
क्या है खास:
- सिक्किम में बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट्स पर फोकस
- पश्चिम बंगाल में राजनीतिक संदेशों से भरपूर जनसभा की तैयारी
- बिहार में संभावित एम्स या रेलवे प्रोजेक्ट की घोषणा की चर्चा
- उत्तर प्रदेश में युवाओं और किसानों के लिए नई योजनाओं की झलक संभव
पीएमओ द्वारा जल्द ही आधिकारिक कार्यक्रम जारी किया जाएगा, लेकिन राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में इस दौरे को काफी अहम माना जा रहा है।
क्या ये पूर्वी भारत में भाजपा की नई रणनीति की शुरुआत है या कोई बड़ा ऐलान होने वाला है? इसका जवाब 29-30 मई को सामने आ सकता है।