प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 6 जून 2025 को जम्मू-कश्मीर के दौरे से पहले सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे क्षेत्र में अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था लागू की है। यह दौरा पीएम मोदी का पहला जम्मू-कश्मीर दौरा है, जिसमें वे चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल और कटरा से श्रीनगर तक की वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन करेंगे।
सुरक्षा व्यवस्था के प्रमुख बिंदु:
- बहुस्तरीय सुरक्षा तंत्र: विशेष सुरक्षा समूह (SPG), सेना, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) और जम्मू-कश्मीर पुलिस के सैकड़ों जवानों को तैनात किया गया है।
- ड्रोन और हवाई निगरानी: रेलवे ट्रैक, पुलों और सुरंगों पर ड्रोन के माध्यम से 24 घंटे निगरानी की जा रही है।
- संवेदनशील क्षेत्रों में सतर्कता: जम्मू शहर, रियासी जिला और कटरा-सोपोर रेल मार्ग पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
- बम धमकी की जांच: जम्मू तवी रेलवे स्टेशन पर हाल ही में मिली बम धमकी की जांच की गई, जो बाद में झूठी निकली, लेकिन इससे सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और बढ़ गई है।
उद्देश्य और महत्व:
इस दौरे का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर को भारत के अन्य हिस्सों से रेलवे के माध्यम से जोड़ना है, जिससे क्षेत्र में विकास और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। चिनाब ब्रिज और वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत से यात्रा समय में कमी आएगी और क्षेत्रीय संपर्क में सुधार होगा।