प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भोपाल के जंबूरी मैदान में आयोजित ‘लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन’ में भाग लिया। यह आयोजन देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में किया गया, जिसमें दो लाख से अधिक महिलाओं की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने देवी अहिल्याबाई के योगदान को श्रद्धांजलि देते हुए उनके सम्मान में एक विशेष डाक टिकट और ₹300 मूल्य का स्मारक सिक्का जारी किया। इसके साथ ही, उन्होंने पारंपरिक कला में योगदान देने वाली एक महिला कलाकार को ‘राष्ट्रीय देवी अहिल्याबाई पुरस्कार’ से सम्मानित किया।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया, जिनमें शामिल हैं:
- इंदौर मेट्रो की 6 किमी लंबी ‘सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर’ का उद्घाटन, जो शहर के यातायात और प्रदूषण को कम करने में मदद करेगा।
- सतना और दतिया हवाई अड्डों का उद्घाटन, जिससे विंध्य क्षेत्र में कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
- कुंभ 2028 की तैयारी के तहत क्षिप्रा नदी के दोनों किनारों पर 30 किमी लंबे घाटों के निर्माण के लिए ₹778.91 करोड़ की परियोजना का शिलान्यास।
- 1,271 अटल ग्राम सेवा सदनों के निर्माण के लिए ₹483 करोड़ की पहली किस्त का हस्तांतरण, जिससे ग्रामीण प्रशासन को सशक्त बनाया जाएगा।
कार्यक्रम में महिलाओं ने ‘सिंदूरी साड़ी’ पहनकर प्रधानमंत्री और भारतीय सेना के प्रति सम्मान व्यक्त किया, जो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के प्रतीक के रूप में देखा गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “देवी अहिल्याबाई होल्कर का जीवन हमें सुशासन, सेवा और महिला सशक्तिकरण की प्रेरणा देता है। उनकी विरासत को आगे बढ़ाना हमारा कर्तव्य है।”