प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने बिहार दौरे के दौरान पटना पहुंचे, जहां उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों, विधायकों और वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ अहम बैठक की। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने संगठन को लेकर स्पष्ट और सख्त संदेश दिया।
पीएम मोदी ने पार्टी नेताओं को स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि भाजपा में “जमींदारी प्रथा” नहीं चलने दी जाएगी। उन्होंने कहा, “आप नहीं तो आपके बेटे को टिकट नही मिलेगी, यह राजनीति नहीं होनी चाहिए। यह जमींदारी प्रथा की सोच है, जो पार्टी को कमजोर करती है।”
प्रधानमंत्री का यह बयान पार्टी के भीतर वंशवाद की बढ़ती प्रवृत्ति पर करारा प्रहार माना जा रहा है। उन्होंने नेताओं को सलाह दी कि वे अपने परिवार के बजाय संगठन और जनता के लिए समर्पित भाव से काम करें।
मोदी ने ज़ोर दिया कि टिकट उसी को मिलेगा जो धरातल पर काम करता है, जनता से जुड़ा है और संगठन के प्रति निष्ठावान है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को आगाह किया कि भाजपा “पारिवारिक पार्टी” नहीं है और इसे वंशवाद की राह पर नहीं चलने दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के बीच पार्टी को अनुशासित और प्रतिबद्ध बनाए रखने की रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है। उन्होंने विधानसभा चुनाव के पहले बागियों को भी बड़ा संदेश दिया. पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग चुनाव आता है, तो दूसरे दल में चले जाते हैं और फिर लौट के वापस अपनी पार्टी में चले आते हैं. ऐसे लोगों का महत्व घट जाता है. पार्टी में सबसे बड़ी पूंजी धैर्य है। धैर्य से हैं तो मान सम्मान मिलेगा।