पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। सरकार अब सिर्फ कूटनीतिक ही नहीं, बल्कि आर्थिक मोर्चे पर भी पाकिस्तान को घेरने की तैयारी में है। इसी कड़ी में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एशियाई विकास बैंक (ADB) के अध्यक्ष मसात्सुगु असकावा से मुलाकात की और पाकिस्तान को दिए जा रहे वित्तीय सहयोग पर गंभीर चिंता जताई।
पाकिस्तान को आर्थिक मदद पर सवाल
सूत्रों के अनुसार, सीतारमण ने ADB अध्यक्ष से साफ तौर पर कहा कि आतंकवाद को पनाह देने वाले देशों को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से कोई मदद नहीं मिलनी चाहिए। भारत का स्पष्ट रुख है कि जब तक पाकिस्तान अपनी धरती से आतंकी गतिविधियों को नहीं रोकता, तब तक उसे किसी भी प्रकार की आर्थिक सहायता रोकी जानी चाहिए।
क्या थी बैठक की मुख्य बातें?
- बैठक में भारत में चल रही विभिन्न ADB परियोजनाओं की समीक्षा की गई।
- पाकिस्तान को दी जा रही वित्तीय मदद पर भारत की आपत्ति दर्ज की गई।
- आतंकवाद से निपटने के लिए वैश्विक वित्तीय सहयोग की जरूरत पर बल दिया गया।
भारत का बदला रुख
पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई सुरक्षाकर्मी शहीद हुए, जिसके बाद पूरे देश में गुस्से की लहर है। प्रधानमंत्री कार्यालय की उच्च स्तरीय बैठक के बाद अब विदेश और वित्त मंत्रालय दोनों ही स्तरों पर पाकिस्तान को घेरने की योजना पर काम कर रहे हैं।
आगे की रणनीति क्या होगी?
ऐसा माना जा रहा है कि भारत अब ADB, IMF और विश्व बैंक जैसे मंचों पर पाकिस्तान के खिलाफ आर्थिक दबाव बनाने की रणनीति अपनाएगा। इसके लिए अन्य देशों का भी समर्थन जुटाया जाएगा। यह स्पष्ट है कि भारत अब आतंकवाद पर सिर्फ बयानबाजी नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई के मूड में है और इसका अगला निशाना आर्थिक मोर्चा है।