जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद भारत ने जिस तीव्रता और निर्णायकता से जवाब दिया, वह अब दुनिया के सामने है। भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर आज गृहमंत्री अमित शाह ने स्पष्ट संदेश दिया। “पहलगाम का जवाब ऑपरेशन सिंदूर है। हमारी सेना ने दिखा दिया कि हम आतंक को उसकी भाषा में जवाब देना जानते हैं।”
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
ऑपरेशन सिंदूर एक गोपनीय सैन्य कार्रवाई थी, जो सीमापार आतंकी ठिकानों के खिलाफ अंजाम दी गई। यह कार्रवाई उस हमले के प्रतिशोध में की गई जिसमें कई भारतीय जवान शहीद हुए थे। सूत्रों के अनुसार:
- सेना ने सटीक टारगेटिंग कर कई आतंकी कमांड सेंटर तबाह किए।
- हाईटेक ड्रोन, मिसाइल और सेटेलाइट सपोर्ट का इस्तेमाल हुआ।
- ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा और भारतीय सेना को कोई नुकसान नहीं हुआ।
अमित शाह का सख्त रुख
अमित शाह ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा: “अब भारत सिर्फ सहता नहीं है, जवाब देता है। ऑपरेशन सिंदूर इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। हम आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
उन्होंने सेना की सराहना करते हुए कहा कि देश को अपने जवानों पर गर्व है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आतंक को पनाह देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वे सीमा के इस पार हों या उस पार।
पाकिस्तान पर दबाव
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की हालत घबराहट भरी और रक्षात्मक हो गई है। वहां की सरकार और सेना की ओर से बयानबाजी शुरू हो गई है, लेकिन भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह सिर्फ कथनी नहीं, करनी में विश्वास रखता है।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
कुछ विपक्षी नेताओं ने ऑपरेशन सिंदूर की खुले तौर पर सराहना की है और सरकार को आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ता से खड़ा रहने की सलाह दी है। यह पहली बार है जब सुरक्षा नीति पर राजनीतिक एकता दिखाई दे रही है।
आगे की रणनीति
गृहमंत्री ने संकेत दिया है कि आने वाले समय में
- घुसपैठियों पर निगरानी बढ़ाई जाएगी,
- आतंकी फंडिंग पर कड़ा शिकंजा कसा जाएगा,
- और लोकल नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करने के लिए अभियान चलाया जाएगा।
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की बदलती सुरक्षा रणनीति का परिचायक है। अमित शाह का बयान यह साफ कर देता है कि भारत अब इंतजार नहीं करता, कार्रवाई करता है और यह कार्रवाई दुश्मनों के दिलों में डर पैदा कर रही है।