ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारत को एक बड़ी कूटनीतिक जीत हासिल हुई है। यह अभियान, जिसमें भारतीय नौसेना ने पश्चिम एशिया से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला था, अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के प्रभावशाली प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
हाल ही में, एक मित्र देश ने शुरू में इस ऑपरेशन को लेकर पाकिस्तान के पक्ष में झुकाव दिखाया था, जिससे भारत में राजनीतिक हलचल मच गई। खासतौर पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उस देश की स्थिति पर सवाल उठाए।
शशि थरूर की कड़ी नाराजगी और भारत सरकार की सटीक कूटनीति के चलते, संबंधित देश ने अपने रुख में बदलाव किया है और अब भारत के ऑपरेशन सिंदूर को ‘एक जिम्मेदार और मानवतावादी कदम’ करार दिया है।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, भारत ने कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से सटीक जवाब दिया और यह स्पष्ट कर दिया कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य केवल अपने नागरिकों की सुरक्षा है, ना कि किसी राजनीतिक एजेंडे को बढ़ावा देना। खबरों की माने तो, यह कूटनीतिक उलटफेर भारत की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय साख और मजबूत विदेश नीति का प्रमाण है।
प्रमुख बिंदु (Key Highlights):
- ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय नागरिकों को युद्धग्रस्त क्षेत्र से सुरक्षित निकालने का अभियान
- पहले पाकिस्तान के पक्ष में बयान देने वाला देश अब भारत के समर्थन में
- शशि थरूर की नाराजगी और भारत सरकार की कूटनीति बनी टर्निंग पॉइंट
- विदेश मंत्रालय ने इसे “मानवता की जीत” बताया