भारत के जवाबी सैन्य ऑपरेशन “ऑपरेशन सिंदूर” से पाकिस्तान में खलबली मच गई है। खुफिया सूत्रों और अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस सटीक एयरस्ट्राइक में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के परिवार के 14 सदस्य मारे गए हैं। इतना ही नहीं, भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी रऊफ असगर भी इस हमले की चपेट में आ गया है।
कैसे अंजाम दिया गया ऑपरेशन?
- भारत के लड़ाकू विमानों ने बीती रात 2:45 बजे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में जैश-ए-मोहम्मद के हाई-सिक्योरिटी ठिकानों को निशाना बनाया।
- सैटेलाइट और RAW इंटेलिजेंस से पुख्ता जानकारी मिलने के बाद ऑपरेशन को मंजूरी दी गई।
- एयरस्ट्राइक में गाइडेड मिसाइलें और लसर-पॉइंटेड बम का इस्तेमाल किया गया।
टारगेट: जैश का पावर सेंटर
खास बात ये है कि जिस ठिकाने पर हमला किया गया, वह मसूद अजहर के परिवार का सुरक्षित आश्रय स्थल माना जाता था। मारे गए 14 लोगों में:
- मसूद अजहर के दो भाई,
- तीन भतीजे,
- और कई करीबी रिश्तेदार शामिल हैं।
रऊफ असगर जो पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड था, हमले के समय वहीं मौजूद था, और उसके मारे जाने की प्रबल संभावना जताई जा रही है। हालांकि पाकिस्तान की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
पाकिस्तान की घबराहट
- PoK में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
- पाकिस्तानी सेना और ISI ने घटनास्थल को पूरी तरह घेर लिया है।
- पाक मीडिया में इस हमले को “सबसे बड़ा खुफिया झटका” कहा जा रहा है।
भारत का रुख
भारतीय सेना और सरकार की ओर से फिलहाल औपचारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि “जिसने देश के वीरों का खून बहाया था, अब उसे अपनी धरती पर चैन नहीं मिलेगा।” गृहमंत्री अमित शाह ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था “पहलगाम का जवाब ऐसा होगा कि आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी।”
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक जवाबी हमला नहीं, बल्कि एक रणनीतिक संदेश है “अब दुश्मन के घर में घुसकर बदला लिया जाएगा। आतंक की हर शाखा को जड़ से खत्म किया जाएगा।