साक्षी मलिक ने एक वीडियो जारी करते हुए सरकार से सांसद बृजभूषण शरण सिंह के सहयोगियों के बर्खास्त करने की मांग की, अन्यथा प्रदर्शन किया जाएगा।
Wrestler Sakshi Malik:
एक बार फिर, पूर्व भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक ने सरकार से समर्थकों के त्वरित बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह को बर्खास्त करने की चेतावनी दी। इसका पालन नहीं किया गया तो पुनः प्रदर्शन होगा, जैसा कि एक वीडियो संदेश में कहा गया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश कुश्ती एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में करण भूषण सिंह की नियुक्ति का विरोध भी जताया है। उसी तरह, पहलवान बजरंग पुनिया ने भी करण भूषण शरण सिंह को उत्तर प्रदेश कुश्ती एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त होने पर आपत्ति जताई है। इस नियुक्ति के पश्चात, यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) ने कुश्ती महासंघ की प्रतिष्ठा को बहाल कर दिया है, जिसके कारण संजय सिंह फिर से कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के पद पर आए हैं।
संजय सिंह को बीजेपी सांसद और पूर्व भारतीय कुश्ती महासंघ के बृजभूषण सिंह का करीबी माना जाता है। ये घटनाएं कुश्ती समुदाय में चल रही टेंशन को उजागर करती हैं और खेल प्रशासन पर राजनीतिक संबंधों के प्रभाव के बारे में सवाल उठाती हैं।
बृजभूषण को महिला पहलवानों को परेशान नहीं करने दूंगी: साक्षी मलिक
ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा है कि यदि बृजभूषण के सहयोगियों को कुश्ती महासंघ चलाने की इजाजत दी जाती है, तो वह पुनः सड़क पर उतरने की तैयारी में हैं। उन्होंने संजय सिंह के सस्पेंशन हटाने का भी जिक्र किया, जिससे उनका आक्रोश दिखाते हुए कहा कि वे कुश्ती से संन्यास ले लिया हैं, लेकिन उन्हें बृजभूषण और उनके लोगों को महिला पहलवानों को परेशान करने नहीं देने का वादा किया है। साक्षी ने भविष्य की कार्रवाई के लिए लोगों से बात करने और सरकार से अनुरोध किया है कि उन्हें बृजभूषण के संबंधित लोगों को महासंघ से हटाने का आदेश दिया जाए।
यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने हटाया सस्पेंशन
यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने भारत पर लगाए गए अस्थायी निलंबन को हटा दिया है। हालांकि, कुश्ती महासंघ को लिखित आश्वासन दिया गया है कि वे बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के खिलाफ किसी भेदभावपूर्ण कदम की ओर नहीं जाएंगे। यह फैसला पिछले साल अगस्त में हुआ था, जब कुश्ती महासंघ को निर्धारित समय सीमा के भीतर चुनाव नहीं कराने के कारण यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने उन पर सस्पेंशन लगाया था।