रामनगरी अयोध्या से 1600 किमी दूर, नदी में प्राचीन भगवान विष्णु की प्रतिमा मिली, विशेषज्ञों का कहना है, रामलला जैसी है आभा।
कर्नाटक के रायचूर जिले में एक अद्भुत घटना सामने आई है। वहां के एक गांव में कृष्णा नदी से भगवान विष्णु की प्राचीन प्रतिमा मिली है, जो करीब हजार साल पुरानी हो सकती है। इस प्रतिमा की खासियत यह है कि यह बिल्कुल रामलला की नवनिर्मित प्रतिमा से मिलती-जुलती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रतिमा 11वीं या 12वीं शताब्दी की हो सकती है। अभी हाल ही में अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्रतिमा की स्थापना की गई थी, जिसने लोगों में उत्साह और आनंद का संचार किया।
प्रतिमा के साथ मिला शिवलिंग
इस विग्रह के साथ ही एक प्राचीन शिवलिंग भी पाया गया है। भगवान विष्णु के यह विग्रह रूप, रंग, और स्वरूप रामलला के भव्य मंदिर में स्थापित विग्रह से समान है।
कैसी दिखती है प्रतिमा?
भगवान विष्णु की इस प्रतिमा के प्रभामंडल के चारों ओर ‘दशावतारों’ को उकेरा गया है। प्रतिमा पर मत्स्य, कूर्म, वराह, नरसिम्हा, वामन, राम, परशुराम, कृष्ण, बुद्ध और कल्की अलंकृत हैं। विष्णु जी की प्रतिमा के चार हाथ हैं, जिनमें दो ऊपर उठे हाथ शंख और चक्र से सुसज्जित हैं। नीचे की ओर सीधे किए दो हाथ आशीर्वाद की मुद्रा में हैं, जिनमें एक ‘कटि हस्त’ और दूसरा ‘वरद हस्त’ है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रतिमा एक मंदिर के गर्भगृह का हिस्सा है। इसे मंदिर में होने वाली तोड़फोड़ से बचाने के लिए नदी में डाला गया होगा। प्रतिमा को कुछ नुकसान पहुंचा है, जैसे कि विग्रह की नाक थोड़ी सी क्षतिग्रस्त है।