मानसून का मौसम जहां गर्मी से राहत लेकर आता है, वहीं यह मौसम सर्दी-जुकाम, खांसी और संक्रमण की समस्याएं भी बढ़ा देता है। वातावरण में नमी, बार-बार भीगना और तापमान में उतार-चढ़ाव शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देता है। ऐसे में आयुर्वेदिक उपायों को अपनाकर आप बिना दवाइयों के भी अपनी सेहत को मजबूत बना सकते हैं।
आयुर्वेद के असरदार नुस्खे जो सर्दी-खांसी में बेहद कारगर हैं:
1. काढ़ा पीना बनाएं आदत
- तुलसी, अदरक, काली मिर्च, दालचीनी और गुड़ डालकर बना काढ़ा
- दिन में 1-2 बार सेवन करने से इम्युनिटी बढ़ती है और गले को राहत मिलती है
2. शहद और अदरक का मिश्रण
- 1 चम्मच शहद में चुटकीभर अदरक का रस मिलाकर दिन में 2 बार लें
- खांसी और गले की खराश में राहत मिलती है
3. गर्म पानी का सेवन करें
- सामान्य पानी की बजाय गुनगुना पानी पिएं
- शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलते हैं और संक्रमण से बचाव होता है
4. मुलेठी पाउडर लें
- मुलेठी को चबाना या गर्म पानी में मिलाकर पीना गले के लिए फायदेमंद होता है
- यह बलगम को ढीला करता है और सूखी खांसी में राहत देता है
5. स्टीम लेना न भूलें
- दिन में एक बार अजवाइन या यूकेलिप्टस ऑयल की भाप लें
- बंद नाक और गले की सूजन में राहत मिलती है
सावधानियां जो जरूरी हैं:
- भीगने पर तुरंत सूखे कपड़े पहनें
- बाहर की ठंडी चीज़ें जैसे आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स से बचें
- भीगे बालों के साथ न रहें
- इम्युनिटी बढ़ाने वाले फलों जैसे आंवला, संतरा, अमरूद का सेवन करें
बारिश के मौसम में अगर आप आयुर्वेदिक नुस्खों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लें, तो बिना दवाइयों के भी आप सर्दी-जुकाम जैसी आम बीमारियों से बचे रह सकते हैं। प्राकृतिक उपायों से शरीर को अंदर से मजबूत बनाएं और मानसून का आनंद बिना बीमार हुए लें।