मखाना को सेहत के लिए वरदान माना जाता है क्योंकि ये पोषक तत्वों का भंडार है, ज्यादातर लोग इसे स्नैक्स के तौर पर खाना पसंद करते हैं. लेकिन मार्केट में ये थोड़ा महंगा मिलता है. इसलिए काला चना को भी स्नैक्स के लिए बेहतर ऑप्शन माना जाता है. दरअसल मखाना और चाना ये दोनों की शरीर को ताकतवर बनाने में मदद करते हैं. मखाना फाइबर और वहीं चना आयरन का अच्छा सोर्स होता है. दोनों की स्नैक्स के सही रहते हैं।
स्नैक्स के लिए मखाना और भीगे हुए काले चने दोनों ही हेल्दी ऑप्शन माने जाते हैं। ये न सिर्फ स्वादिष्ट होते हैं बल्कि पोषक तत्वों से भी भरपूर होते हैं। लेकिन सवाल ये है कि इन दोनों में से कौन सा ज्यादा फायदेमंद है? इस पर न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स ने अपनी राय दी है।
मखाना के फायदे:
मखाना कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस का बेहतरीन स्रोत है। यह हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है और वजन कंट्रोल करने में सहायक है। इसके अलावा, इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। हालांकि, मखाना महंगा होता है और इसकी कैलोरी कम होने के कारण ज्यादा देर तक पेट भरा हुआ महसूस नहीं होता।
काले चने के फायदे:
भीगे हुए काले चने में प्रोटीन, फाइबर, आयरन और कुछ जरूरी विटामिन्स पाए जाते हैं। ये न सिर्फ लंबे समय तक पेट भरा रखते हैं बल्कि पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाते हैं। चना ब्लड शुगर कंट्रोल में मदद करता है और एनर्जी लेवल भी बढ़ाता है।
एक्सपर्ट की राय:
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर आप वजन कम करना और लंबे समय तक भूख कंट्रोल करना चाहते हैं, तो काले चने ज्यादा फायदेमंद हैं। वहीं, हड्डियों की मजबूती और लाइट स्नैक्स के लिए मखाना बेहतर विकल्प है। दोनों ही हेल्दी हैं, लेकिन डेली डाइट में चना ज्यादा सस्ता और पौष्टिक ऑप्शन साबित होता है।