जम्मू-कश्मीर के कटरा में वैष्णो देवी जाने वाले मार्ग पर सोमवार को भीषण भूस्खलन की घटना हुई। भारी बारिश के चलते हुए इस हादसे में अब तक 30 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य घायल बताए जा रहे हैं। मृतकों में बड़ी संख्या में तीर्थयात्री शामिल हैं।
जम्मू जिले में लगातार भारी बारिश के कारण बाढ़ के बीच जिला प्रशासन, जम्मू-कश्मीर पुलिस, भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय स्वयंसेवकों का बचाव अभियान जारी है. इस अभियान के तहत 3500 से अधिक लोगों को प्रभावित इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
यात्रा स्थगित, सेवाएं ठप
भूस्खलन के बाद वैष्णो देवी यात्रा को तुरंत रोक दिया गया है। प्रशासन ने आपात स्थिति को देखते हुए मार्ग पूरी तरह सील कर दिया है। भारी पत्थर और मलबा गिरने से रास्ता पूरी तरह बंद हो गया है। साथ ही इलाके में दूरसंचार सेवाएं भी बाधित हो गई हैं, जिससे रेस्क्यू में और दिक्कतें आ रही हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
घटना के तुरंत बाद एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई हैं। गंभीर स्थिति को देखते हुए वायु सेना के दो विमान भी रेस्क्यू अभियान में भेजे गए हैं। सेना और पुलिस ने इलाके को घेर लिया है और मलबा हटाने का काम तेजी से चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने हादसे पर गहरा शोक जताया और मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया है। केंद्र सरकार भी हालात पर नजर बनाए हुए है।
श्रद्धालुओं से अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे फिलहाल यात्रा के लिए न निकलें और आधिकारिक घोषणा का इंतजार करें। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।