तिब्बत में स्थित कैलाश पर्वत को विश्व के सबसे रहस्यमयी और पवित्र पर्वतों में से एक माना जाता है। इसे भगवान शिव का निवास स्थान कहा जाता है और यह न सिर्फ धार्मिक, बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत रहस्यमयी है। हजारों वर्षों से कई पर्वतारोहियों ने इसकी चोटी तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन कोई भी अब तक सफल नहीं हो पाया।
आइए जानते हैं कैलाश पर्वत से जुड़े 5 रहस्य, जो आज भी वैज्ञानिकों और श्रद्धालुओं के लिए एक पहेली बने हुए हैं:
1. अभेद्य ऊर्जा क्षेत्र
कई पर्वतारोहियों और यात्रियों ने बताया है कि कैलाश पर्वत के पास एक अजीब ऊर्जा महसूस होती है। ऐसा माना जाता है कि वहां पहुंचते ही शरीर थक जाता है, दिशा भ्रम हो जाता है और मन विचलित होने लगता है।
2. चढ़ाई की असफलताएं
अब तक जितने भी पर्वतारोहियों ने कैलाश पर्वत पर चढ़ाई करने की कोशिश की है, वे सभी या तो बीमार पड़ गए, रास्ता भटक गए या उन्हें कोई अदृश्य शक्ति पीछे लौटने को मजबूर कर देती है। कई देशों ने आधिकारिक रूप से चढ़ाई की अनुमति भी रोक दी है।
3. कैलाश की रहस्यमयी आकृति
कैलाश पर्वत की बनावट इतनी परफेक्ट है कि यह एक विशाल पिरामिड की तरह नजर आता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह प्राकृतिक नहीं बल्कि किसी सुपरनैचुरल टेक्नोलॉजी का हिस्सा हो सकता है।
4. रातों-रात बढ़ने वाली उम्र?
यह दावा किया जाता है कि जो भी कैलाश की परिक्रमा करता है, उसकी उम्र कई साल बढ़ जाती है। वैज्ञानिक इस बात को साबित नहीं कर पाए हैं लेकिन श्रद्धालुओं के अनुभवों में यह बात बार-बार सामने आती है।
5. चोटी पर कोई नहीं पहुंच सका
अब तक चीन, रूस, अमेरिका जैसे कई देशों के पर्वतारोही कैलाश पर चढ़ाई की योजना बना चुके हैं लेकिन किसी की भी हिम्मत चोटी तक नहीं पहुंच सकी। माना जाता है कि यह पर्वत स्वयं अपनी रक्षा करता है और किसी को खुद तक पहुंचने नहीं देता।