पश्चिम एशिया में हालात एक बार फिर गंभीर हो गए हैं। इजरायली सेना ने ईरान के कथित परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम से जुड़े ठिकानों पर बड़ा हमला किया है। सूत्रों के मुताबिक, यह हमला शनिवार देर रात किया गया और इसका निशाना ईरान के कई गुप्त सैन्य प्रतिष्ठान बने।
इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने इस हमले को “पूर्व-खतरे को समाप्त करने की रणनीति” बताया है। यह दावा किया जा रहा है कि ईरान के ये ठिकाने यूरेनियम संवर्धन और बैलिस्टिक मिसाइल तैयार करने की गतिविधियों में शामिल थे।
ईरान ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा है कि कई सैन्य बेस पर हमला हुआ, जिसमें कुछ जानमाल का नुकसान भी हुआ है। हालांकि, तेहरान ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए कहा कि इसका “माकूल जवाब” दिया जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका सहित कई वैश्विक शक्तियों ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है, क्योंकि यह हमला क्षेत्र में बड़े युद्ध का संकेत बन सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला पूरे मध्य-पूर्व में व्यापक संघर्ष की शुरुआत कर सकता है।
प्रमुख बिंदु:
- इजरायली सेना ने ईरान के परमाणु-मिसाइल ठिकानों पर हवाई हमला किया
- ईरान ने हमले की पुष्टि करते हुए दी जवाबी कार्रवाई की चेतावनी
- वैश्विक समुदाय ने तनाव कम करने की अपील की
- क्षेत्र में युद्ध जैसे हालात बनने की आशंका