इजरायल और यमन के हूती विद्रोहियों के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। ताजा घटनाक्रम में इजरायल ने यमन के हूती ठिकानों पर एक बड़ा हवाई हमला किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ऑपरेशन में इजरायली वायुसेना के करीब 20 फाइटर जेट्स शामिल थे, जिन्होंने हूतियों के सैन्य अड्डों पर बमबारी की। इस हमले को इजरायल की तरफ से अब तक की सबसे बड़ी जवाबी कार्रवाई माना जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, यह हमला हूतियों द्वारा हाल ही में इजरायल की ओर किए गए मिसाइल और ड्रोन हमलों के जवाब में किया गया है। इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए गहन खुफिया जानकारी और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया।
इस पूरे मिशन के दौरान प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू खुद IDF के कमांड सेंटर में मौजूद रहे। उन्होंने रीयल-टाइम में पूरे ऑपरेशन की निगरानी की और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। नेतन्याहू ने कहा, “हमारी सुरक्षा के साथ कोई भी खिलवाड़ नहीं कर सकता। जो भी हमारे नागरिकों और संप्रभुता को चुनौती देगा, उसे करारा जवाब मिलेगा।”
हमले का असर:
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, इस हमले में हूतियों के कई हथियार भंडार, रडार सिस्टम और कमांड पोस्ट तबाह हो गए हैं। हालांकि, हूती विद्रोहियों की तरफ से इस हमले को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यमनी मीडिया में इससे जुड़ी तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रही हैं।
क्षेत्रीय तनाव बढ़ा:
इस हमले के बाद खाड़ी क्षेत्र में एक बार फिर तनाव गहराने की आशंका जताई जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला सिर्फ इजरायल और हूतियों के बीच की टकराहट नहीं है, बल्कि यह ईरान और अमेरिका के बीच चल रही गहरी रणनीतिक खींचतान का हिस्सा भी हो सकता है, क्योंकि हूतियों को ईरान का समर्थन प्राप्त है।
इजरायल का यह हमला न केवल एक सैन्य कार्रवाई है, बल्कि यह एक बड़ा संदेश भी है कि वह अपनी सुरक्षा को लेकर किसी भी हद तक जा सकता है। अब देखना होगा कि हूती विद्रोही या उनके समर्थक देश इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और क्या यह क्षेत्रीय संघर्ष को और बढ़ा देगा।