ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने मंगलवार देर रात इजराइल के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया। उन्होंने X पर लिखा- जंग शुरू होती है। हम आतंकी इजराइल को कड़ा जवाब देंगे। उन पर कोई दया नहीं दिखाएंगे। इस ऐलान के बाद ईरान ने इजराइल पर 25 मिसाइलें दागीं।
ईरानी मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, ईरान की सैन्य शाखा IRGC (इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स) ने कहा कि बुधवार सुबह 18 जून 2025 को इजराइल पर फतह मिसाइल किया गया है। यह पहली बार है जब इस जंग में फतह-1 का इस्तेमाल किया गया है।
फतह मिसाइल ‘हाइपरसोनिक’ है, यानी यह आवाज की गति से पांच गुना तेज उड़ती है। IRGC ने कहा कि फतह मिसाइलों ने इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम को भेद दिया और बार-बार उनके सुरक्षित ठिकानों को निशाना बनाया।
हालांकि इससे इजराइल को कितना नुकसान पहुंचा है, इसकी कोई सूचना नहीं है। इस बीच वॉशिंगटन स्थित एक ह्यूमनराइट्स ग्रुप ने दावा किया है कि ईरान में मौत का आंकड़ा अब 585 हो चुका है। जबकि 1,326 लोग घायल हुए हैं।
ईरान की सरकार ने अब तक मौतों की पूरी जानकारी साझा नहीं की है। आखिरी बार ईरान ने सोमवार को हताहतों की जानकारी शेयर की थी। सरकार के मुताबिक इस लड़ाई 224 ईरानी मारे गए हैं, जबकि 1,277 घायल हुए हैं।
इसके साथ ही, ईरान ने पहली बार इजरायल पर ‘फतह मिसाइल’ दागने की पुष्टि की है। यह मिसाइल हमला इजरायली मिलिट्री ठिकानों पर हुआ है। दोनों देशों के बीच स्थिति अब सीधे युद्ध की ओर बढ़ती नजर आ रही है। इस हमले के बाद, इजरायल ने भी जवाबी हमले शुरू कर दिए हैं। गाजा, दमिश्क और लेबनान बॉर्डर पर भारी गोलाबारी हो रही है।
ईरान में पहले से ही जारी अंदरूनी अस्थिरता और प्रदर्शनों के बीच, अब तक 600 से अधिक नागरिकों और सैनिकों की मौत हो चुकी है। अस्पतालों में जगह नहीं है और कई शहरों में बिजली-पानी की आपूर्ति ठप हो गई है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय चिंतित है कि यह संघर्ष पूरे पश्चिम एशिया को चपेट में ले सकता है। संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है।