पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सेना ने आधिकारिक रूप से प्रेस ब्रीफिंग की शुरुआत कर दी है। इस दौरान विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने ऑपरेशन की गंभीरता और सफलता पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।
प्रेस ब्रीफिंग की मुख्य बातें:
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर को अत्यंत गोपनीयता और सटीकता के साथ अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा, “आतंकियों ने सिर पर मारी गोली, लेकिन ये गोली हमारे जवानों के साहस को नहीं रोक पाई।” मिसरी के बयान ने यह स्पष्ट कर दिया कि इस बार भारत ने आतंक के अड्डों पर ऐसा वार किया है, जो लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
ऑपरेशन सिंदूर एक अत्याधुनिक सैन्य कार्रवाई है, जिसे भारतीय सेना ने सीमापार जाकर सफलतापूर्वक पूरा किया। इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य उन आतंकी नेटवर्क्स को नेस्तनाबूद करना था, जो लगातार भारत के खिलाफ साजिश रच रहे थे।
सूत्रों के मुताबिक:
- कई उच्च-स्तरीय आतंकी कमांडर इस कार्रवाई में ढेर हुए हैं।
- दुश्मन के कई लॉन्च पैड्स और गुप्त ठिकाने पूरी तरह तबाह कर दिए गए हैं।
- ऑपरेशन के दौरान भारतीय सैनिकों को मजबूत खुफिया जानकारी का पूरा समर्थन मिला, जिससे किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ।
अंतरराष्ट्रीय संदेश
विदेश सचिव ने इस कार्रवाई को आतंक के खिलाफ निर्णायक कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन भारत की बदलती सुरक्षा नीति का प्रतीक है, जहां देश अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने आगे स्पष्ट किया, “शत्रु ताकतें यह समझ लें कि भारत अब किसी भी साजिश का जवाब सीमा के दोनों ओर देने में सक्षम है। हमारे जवान हर चुनौती का डटकर सामना कर रहे हैं, और ऑपरेशन सिंदूर इसकी मिसाल है।”
सेना की रणनीति और तैयारी
सेना प्रवक्ता ने बताया कि ऑपरेशन में
- अत्याधुनिक ड्रोन और स्मार्ट गोला-बारूद का इस्तेमाल किया गया।
- लक्ष्यों की पहचान करने के बाद उन्हें सटीकता से निष्पादित किया गया, ताकि नागरिकों को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन सीमापार बौखलाहट का माहौल बना हुआ है। PoK क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती और हाई अलर्ट की खबरें मिल रही हैं।
ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल आतंक के ठिकानों को ध्वस्त किया है, बल्कि यह भी दिखा दिया है कि भारत अपनी सुरक्षा से किसी भी तरह का समझौता करने को तैयार नहीं है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी के शब्दों में, “यह सिर्फ एक कार्रवाई नहीं, बल्कि एक संदेश है – हर वार का जवाब अब दोगुना मिलेग