साइप्रस पहुंचे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार (स्थानीय समय) को भारत-साइप्रस सीईओ फोरम को संबोधित करते हुए भारत की अहम प्रगति और आर्थिक ताकत पर जोर दिया। नरेंद्र मोदी ने कहा, “साइप्रस, भारत के लिए एक भरोसेमंद साझेदार रहा है और उसने देश में महत्वपूर्ण निवेश किया है। कई भारतीय कंपनियों ने साइप्रस में अपनी उपस्थिति भी स्थापित की है, जिसे यूरोप के प्रवेश द्वार के रूप में देखा जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और साइप्रस के मजबूत द्विपक्षीय संबंधों पर जोर देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार 150 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि साइप्रस लंबे समय से भारत का भरोसेमंद साझेदार रहा है और वहां से भारत में कई महत्वपूर्ण निवेश हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि कई भारतीय कंपनियों ने साइप्रस में निवेश किया है, जो इस यूरोपीय देश के प्रति भारत के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है। मोदी ने साइप्रस को “यूरोप के प्रवेश द्वार” की संज्ञा दी और कहा कि दोनों देशों के बीच आर्थिक, निवेश और सांस्कृतिक सहयोग को और गहराया जाएगा।
भारत और साइप्रस के बीच रणनीतिक साझेदारी और निवेश सहयोग आने वाले वर्षों में और मजबूत होने की उम्मीद है। इस दौरान व्यापार, पर्यटन, तकनीक और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत, साइप्रस और ग्रीस व्यापार एवं निवेश परिषद की स्थापना का स्वागत किया, जो आर्थिक सहयोग और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में काम कर सकता है। प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति क्रिस्टोडौलिडेस के बुलावे पर 15-16 जून तक साइप्रस की यात्रा पर हैं। यह 20 साल में किसी भारतीय भारतीय प्रधानमंत्री की पहली साइप्रस यात्रा है।