हिमाचल प्रदेश में मानसून के दस्तक देने के साथ ही तबाही का मंजर सामने आ रहा है। प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। ब्यास नदी उफान पर है, मंडी जिले में बादल फटने की घटना हुई है, वहीं शिमला में लैंडस्लाइड (भूस्खलन) की कई घटनाएं दर्ज की गई हैं। बारिश से जुड़े हादसों में अब तक करीब 20 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग अब भी लापता हैं।
ब्यास नदी का कहर
कुल्लू और मनाली के इलाकों में ब्यास नदी उफान पर है। नदी का पानी सड़कों और रिहायशी इलाकों तक पहुंच गया है। पर्यटकों और स्थानीय लोगों को नदियों से दूर रहने की चेतावनी दी गई है। प्रशासन ने निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया है।
मंडी में बादल फटने से मची तबाही
मंडी जिले के करसोग और सुंदरनगर इलाकों में बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं। कई घर और सड़कें पानी में बह गईं, खेतों को भारी नुकसान पहुंचा है। एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। अभी भी कुछ लोग मलबे में दबे होने की आशंका है, जिनकी तलाश जारी है।
शिमला में भूस्खलन से रास्ते बंद
राजधानी शिमला में लगातार हो रही बारिश के चलते लैंडस्लाइड की घटनाएं बढ़ गई हैं। कई सड़कें बंद हो गई हैं, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है। शिमला-चंडीगढ़ हाइवे पर भी मलबा गिरने से जाम की स्थिति बन गई है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से घरों में रहने और गैर-जरूरी यात्रा न करने की अपील की है।
बिजली और पानी की सप्लाई ठप
राज्य के कई हिस्सों में बिजली और पानी की सप्लाई पूरी तरह से ठप हो गई है। तेज बारिश और भूस्खलन के कारण बिजली के खंभे और पाइपलाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। स्थानीय प्रशासन मरम्मत कार्य में जुटा हुआ है लेकिन खराब मौसम के चलते काम में देरी हो रही है।
7 वीडियो ने दिखाया तबाही का दृश्य
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे 7 वीडियोज़ ने हिमाचल की तबाही की भयावह तस्वीरें सामने रख दी हैं। तेज बहाव में बहते वाहन, ढहते मकान, और लैंडस्लाइड के दृश्य लोगों के दिल दहला रहे हैं।
राज्य सरकार अलर्ट पर
हिमाचल सरकार ने आपात बैठक बुलाई है और प्रभावित जिलों में राहत कार्यों की निगरानी के लिए टीमें रवाना की हैं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।