अगर आप हफ्ते में कई बार नॉनवेज, खासकर रेड मीट या प्रोसेस्ड मीट खाते हैं, तो ये खबर आपके लिए अलार्म है। University of Oxford की एक हालिया स्टडी में खुलासा हुआ है कि तीन या उससे अधिक बार रेड मीट खाने वाले लोगों में कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
यह रिसर्च उन लाखों लोगों पर आधारित है जो नियमित रूप से मांसाहारी भोजन करते हैं। वैज्ञानिकों ने पाया कि ज्यादा मात्रा में मीट खाने से सिर्फ पाचन से जुड़ी नहीं, बल्कि हार्ट, लीवर और यहां तक कि कैंसर जैसी बीमारियों का भी खतरा हो सकता है।
कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं?
- हृदय रोग (Heart Disease)
- डायबिटीज
- लीवर की समस्याएं
- कैंसर (विशेषकर कोलन कैंसर)
- हाई कोलेस्ट्रॉल और मोटापा
क्या कहते हैं शोधकर्ता?
रिसर्चर्स के मुताबिक, रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट में सैचुरेटेड फैट, सोडियम और नाइट्रेट्स अधिक मात्रा में पाए जाते हैं जो शरीर में सूजन (Inflammation) और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को बढ़ाते हैं।
क्या है पॉजिटिव पहलू?
हालांकि स्टडी में ये भी पाया गया कि रेड मीट खाने से एनीमिया (खून की कमी) का खतरा कम हो सकता है, क्योंकि इसमें आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। लेकिन संतुलित मात्रा में ही इसका सेवन फायदेमंद होता है।
क्या करें मांसाहारी लोग?
- मीट को हफ्ते में 1-2 बार तक सीमित करें
- प्रोसेस्ड मीट (जैसे सॉसेज, बेकन, सैलामी) से बचें
- मीट की जगह दाल, बीन्स, अंडा, टोफू जैसे विकल्प अपनाएं
- हरी सब्जियों और फाइबर युक्त भोजन की मात्रा बढ़ाएं