उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के ब्रजघाट में गंगा नदी का जलस्तर लगातार तेजी से बढ़ रहा है, जिससे कई निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बैराज से छोड़े गए पानी के बाद गंगा में जबरदस्त उफान आया है और पानी अब येलो अलर्ट के स्तर के करीब पहुंच गया है। इस स्थिति ने गंगा किनारे बसे गांवों के निवासियों की चिंता बढ़ा दी है। खासकर निचले और तटीय इलाकों में रहने वाले लोग बेहद डरे हुए हैं क्योंकि पानी अब तेजी से खेतों और रास्तों की ओर बढ़ता दिख रहा है।
पहाड़ों पर हो रही मूसलाधार वर्षा समेत हरिद्वार और बिजनौर बैराज से 75 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से गंगा उफान की तरफ बढ़ने लगी है। बीते 48 घंटों में गंगा के जलस्तर में 30 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिसके बाद गढ़ क्षेत्र में गंगा ने येलो अलर्ट के निशान की तरफ बढ़ना शुरू कर दिया है।
प्रशासन सतर्क, बाढ़ चौकियां अलर्ट पर
हापुड़ जिला प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट पर रखा है। आपदा प्रबंधन टीमों को तैनात किया गया है और नावों, राहत सामग्रियों तथा मेडिकल टीमों को भी तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।
जिलाधिकारी ने कहा है कि हालात पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। यदि पानी का स्तर और बढ़ता है तो लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा। प्रशासन ने गांव वालों से सतर्क रहने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
गांवों में दहशत का माहौल
ब्रजघाट और आस-पास के कई गांवों – जैसे गढ़मुक्तेश्वर, पिलखुवा और सिंभावली ब्लॉक के कुछ हिस्सों – में लोग पूरी रात जागकर गंगा के जलस्तर पर नजर रखे हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई सालों बाद इस स्तर की बाढ़ की आशंका दिख रही है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में तेज बारिश की संभावना जताई है जिससे जलस्तर और भी बढ़ सकता है। येलो अलर्ट के तहत लोगों से कहा गया है कि वे गंगा के किनारे ना जाएं और अपने सामानों की सुरक्षा व्यवस्था समय से कर लें।